पटना: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति तेज कर दी है। चुनावी माहौल के बीच आज पटना के गांधी मैदान में भाकपा माले की ‘बदलो बिहार’ रैली आयोजित हुई। इस रैली में राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि इस महाजुटान का उद्देश्य बिहार के लोगों को एकजुट कर राज्य के भविष्य के लिए नई दिशा तय करना है। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता अब डबल इंजन सरकार से निराश हो चुकी है।

राजनीतिक यात्राओं पर कटाक्ष
दीपांकर भट्टाचार्य ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सीमांचल में गिरिराज सिंह ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ निकालते हैं, तो मुख्यमंत्री पूरे बिहार में ‘प्रगति यात्रा’ पर निकलते हैं। लेकिन इन यात्राओं से जनता को कोई लाभ नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि भाकपा माले की ‘बदलो बिहार यात्रा’ का मकसद उन गरीबों की आवाज उठाना है, जिनकी समस्याओं को सरकार ने अनसुना कर दिया है।
डबल इंजन सरकार पर हमला
महाजुटान रैली में दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार की डबल इंजन सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में गरीबों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया है, बीपीएससी के अभ्यर्थियों की आवाज दबाई जा रही है। इसीलिए वंचित समाज के लोग एक मंच पर इकट्ठा हुए हैं और बिहार के लिए एक संकल्प पत्र तैयार किया है, ताकि लोगों को उनका अधिकार मिल सके। उन्होंने कहा कि 75% जनता मानती है कि बिहार सरकार पूरी तरह विफल रही है।

नीतीश को 20 साल का समय मिला, अब जनता बदलाव चाहती है
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार के लोगों ने नीतीश कुमार को 20 वर्षों तक मौका दिया, लेकिन अब जनता का भरोसा टूट चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार बीजेपी की विचारधारा में पूरी तरह घुल-मिल गए हैं। बिहार में अफसरशाही और पुलिसिया अत्याचार बढ़ गया है। लेकिन अब बिहार की जनता दमन और उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष करने को तैयार है। उन्होंने वीर कुंवर सिंह और शहीद जगदीश प्रसाद का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार की धरती हमेशा से संघर्ष की समर्थक रही है।
डिप्टी सीएम पर आरोप
दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका आलीशान मकान बन रहा है, और उसके लिए वर्षों से रह रहे मुसहर समुदाय के लोगों को जबरन हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबों को उनकी जमीन से बेदखल कर उपमुख्यमंत्री के बंगले के आसपास केवल संपन्न लोग बसाने की साजिश हो रही है।
बीजेपी पर हमला
भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी हरियाणा, दिल्ली और महाराष्ट्र में चुनाव जीतने की बात करती है, लेकिन झारखंड चुनाव को भूल जाती है, जहां वामपंथी दलों और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मिलकर बीजेपी को हराया था। उन्होंने दावा किया कि बिहार में भी वामपंथी गठबंधन मजबूत स्थिति में है और आगामी चुनावों में बीजेपी को करारा जवाब मिलेगा।
केंद्र सरकार पर वार
दीपांकर भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने ‘आजादी का अमृतकाल’ के नाम पर जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाए, लेकिन अब तक गरीबों को पक्के मकान, मुफ्त बिजली और अन्य वादों का लाभ नहीं मिला। उन्होंने साफ किया कि बिहार का चुनाव इस बार गरीबों के मुद्दों पर लड़ा जाएगा, न कि झूठे वादों पर।

संविधान और आरक्षण पर चिंता
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संविधान के मूल सिद्धांतों का पालन नहीं कर रही है। जाति प्रथा खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है, लेकिन सरकार इसे खत्म करने के बजाय समाज में और अधिक बंटवारा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बिहार विधानसभा में पारित 65% आरक्षण के प्रस्ताव को लटकाए रखने पर भी सवाल उठाया और मांग की कि केंद्र सरकार इस पर जल्द से जल्द फैसला करे।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार लंबे समय से विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहा है, लेकिन केंद्र सरकार विशेष पैकेज देने की बात कहकर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि पैकेज के नाम पर सिर्फ हवाई अड्डे और कुछ सड़कें बन रही हैं, जबकि असली जरूरत शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर ध्यान देने की है।
‘बदलो बिहार’ महाजुटान रैली में उमड़ी भीड़
रैली में आरा के सांसद सुदामा प्रसाद, काराकाट के सांसद राजाराम सिंह, भाकपा माले विधायक दल के नेता महमूद आलम, मनोज मंजिल, अमरजीत कुशवाहा, रामबली सिंह यादव सहित पार्टी के सभी विधायक और विधान परिषद के सदस्य शामिल हुए। इस महाजुटान के जरिए भाकपा माले ने यह संदेश दिया कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। हजारों की संख्या में लोग इस रैली में पहुंचे और बिहार के कोने-कोने से कार्यकर्ताओं ने इसमें भाग लिया।