पटना: बिहार में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ता जा रहा है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) परिसर में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है। जिला आपदा नियंत्रण पदाधिकारी सुशांत कुमार ने बताया कि मुर्गियों की लगातार हो रही मौत के बाद जांच में यह संक्रमण पाया गया।
जारी किया हेल्पलाइन नंबर
बर्ड फ्लू के मद्देनजर सरकार ने सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, किसी भी क्षेत्र में यदि पक्षियों की असामान्य मौत की सूचना मिलती है, तो तुरंत 9471002879 नंबर पर जानकारी देने को कहा गया है।
ICAR परिसर के कर्मियों के होंगे टेस्ट
पटना के सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि फिलहाल यह मामला सिर्फ कृषि अनुसंधान परिषद में सामने आया है, घबराने की जरूरत नहीं है। वहां कार्यरत सभी लोगों के सैंपल जांच के लिए लिए जा रहे हैं।
मुर्गियों के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए
बिहार प्रशासन ने संक्रमण की स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए 3 किलोमीटर के दायरे में सर्वेक्षण कराने और एंटीवायरल दवाइयों का वितरण करने का निर्देश दिया है।
ICAR पोल्ट्री फार्म में 27 फरवरी से मुर्गियों की रहस्यमयी मौतें हो रही थीं। निदेशक द्वारा इसकी जानकारी देने के बाद सैंपल एकत्र कर जांच के लिए भोपाल लैब भेजे गए। संक्रमित पक्षियों को सुरक्षा मानकों के तहत दफना दिया गया।
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि,”शनिवार को पुष्टि हुई कि पक्षी बर्ड फ्लू से ग्रसित थे। इसके बाद, सभी प्रखंड कार्यालयों को पोल्ट्री फार्म और आसपास के इलाकों को सैनिटाइज करने का निर्देश दिया गया है।”
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए बरती जा रही सतर्कता
जिला आपदा नियंत्रण पदाधिकारी सुशांत कुमार ने बताया कि ICAR परिसर को छोड़कर फिलहाल बिहार में कहीं और बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सतर्कता बरती जा रही है। पशुपालन विभाग भी इस मामले पर नजर बनाए हुए है।
जहानाबाद में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं
गौरतलब है कि कुछ समय पहले जहानाबाद में भी बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इसलिए सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है।
क्या है बर्ड फ्लू और कैसे करें बचाव?
बर्ड फ्लू एक अत्यंत संक्रामक रोग है, जो मुख्य रूप से मुर्गियों और अन्य पक्षियों में फैलता है। यदि मनुष्यों को संक्रमण होता है, तो यह सर्दी-जुकाम, तेज बुखार, नाक बहने और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
बचाव के उपाय
बीमार या मृत मुर्गियों के संपर्क में आने से बचें।
संक्रमित पक्षियों के पंख, मल या शरीर के अन्य हिस्सों को न छुएं।
यदि कोई व्यक्ति फ्लू जैसे लक्षण महसूस करता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।
पोल्ट्री फार्म के आसपास रहने वाले लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास शुरू कर दिए हैं। नागरिकों को सावधानी बरतने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की गई है।