रांची/झारखंड: झारखंड में बढ़ते अपराध को लेकर डीजीपी अनुराग गुप्ता का अहम बयान सामने आया है। विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में होने वाली बड़ी घटनाओं के पीछे जेल में बंद तीन बड़े गिरोहों का हाथ है। अमन साहू, अमन श्रीवास्तव और विकास तिवारी के गैंग जेल से ही आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलवा रहे हैं। ये अपराधी विदेशी नंबरों के जरिए व्हाट्सएप पर धमकी भेजते हैं और फिर घटनाओं को अंजाम दिया जाता है।
जेल से चल रही आपराधिक गतिविधियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
डीजीपी ने बताया कि जेलों से संचालित अपराध को रोकने के लिए एटीएस को विशेष अधिकार दिए गए हैं। भारतीय दंड संहिता की धारा 111 के तहत संगठित गिरोहों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत रविवार को अमन साहू गैंग के 30 सदस्यों पर केस दर्ज किया गया और जेलों में छापेमारी की गई। सिमडेगा के बाद हजारीबाग जेल में भी तलाशी अभियान चलाया गया है।
जल्द पकड़े जाएंगे अपराधी
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने भरोसा जताया कि जल्द ही इन अपराधियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेल में सक्रिय अपराधियों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कई कैदियों का तबादला अन्य जेलों में किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस सख्त कार्रवाई के जरिए जेल से हो रहे अपराधों को रोका जा सकेगा।
एनटीपीसी डीजीएम हत्या मामले की जांच में जुटी पुलिस
हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम गौरव कुमार की हत्या की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है। हालांकि, डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि पुलिस जल्द ही अपराधियों तक पहुंचने में सफल होगी। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है और लगातार छापेमारी की जा रही है।
रांची फायरिंग केस में जल्द होगी गिरफ्तारी
डीजीपी ने बताया कि रांची में हाल ही में हुई फायरिंग की घटना की जांच पूरी होने वाली है। पुलिस ने सभी अपराधियों की पहचान कर ली है और अगले दो से तीन दिनों के भीतर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस इस दिशा में लगातार काम कर रही है और जल्द ही सभी मामलों का खुलासा किया जाएगा।