पटना: बिहार के सरकारी स्कूलों में अगले शैक्षणिक सत्र से छात्रों को पाठ्यपुस्तकों के साथ अभ्यास पुस्तिकाएं भी दी जाएंगी। पहली बार कक्षा 1 से 5 के छात्रों को हिंदी, अंग्रेजी और गणित के साथ रंग भरने की पुस्तिकाएं भी मिलेंगी। इन पुस्तिकाओं में विद्यार्थियों को उत्तर लिखने होंगे, जिससे उनकी व्यावहारिक समझ बेहतर होगी। इसके अलावा, शिक्षकों को नियमित रूप से इन पुस्तिकाओं की जांच करनी होगी।

कक्षा 6 से 8 के लिए कंप्यूटर शिक्षा की पहल

कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ने के लिए कंप्यूटर विषय की पुस्तकें दी जाएंगी। इन पुस्तकों में कंप्यूटर के संचालन और आवश्यक जानकारियां दी जाएंगी। यह कदम सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और विद्यार्थियों की डिजिटल समझ विकसित करने के लिए उठाया गया है।

समय पर पाठ्यपुस्तकों का वितरण होगा

शिक्षा विभाग ने पहली से आठवीं कक्षा तक के सभी छात्रों को समय पर पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। पुस्तकों की छपाई शुरू हो चुकी है और इसे फरवरी के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सभी जिलों में किताबें मार्च के पहले सप्ताह तक पहुंचाने की योजना है, ताकि 1 अप्रैल से नए सत्र के पहले दिन ही छात्रों को पुस्तकें मिल सकें।

शिक्षा प्रणाली में नए बदलाव लागू होंगे

इस बार शिक्षा प्रणाली में भी बड़े बदलाव किए गए हैं। अब छात्रों को रटाने की बजाय समझाने पर जोर दिया जाएगा, ताकि वे परीक्षा में किसी भी प्रश्न का सही उत्तर दे सकें। अभ्यास पुस्तिकाओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, जिससे विद्यार्थी पूरे वर्ष अध्ययन कर परीक्षा से पहले पाठ्यक्रम का दो से तीन बार पुनरावलोकन कर सकें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here