धनबाद: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये के बकाए को लेकर बड़ा बयान दिया है। 4 फरवरी को जेएमएम के 53वें स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ, तो राज्य की कोयला खदानें बंद कर दी जाएंगी। इस बयान पर डुमरी विधायक जयराम महतो ने खुलकर समर्थन जताया है।

सीएम को समर्थन में विधायक का ऐलान

मीडिया से बातचीत में जयराम महतो ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री को लगता है कि केंद्र सरकार उनके राज्य का पैसा रोककर बैठी है, तो उन्हें आगे आकर आंदोलन करना चाहिए। वे और अन्य विधायक उनके साथ धरने पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल का ताला बंद करने की जरूरत हो, तो वे पूरी ताकत से इस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।

धरने के लिए पूरी सरकार को उतरना चाहिए: महतो

महतो ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे सिर्फ भाषण देने के बजाय जमीन पर आंदोलन करें। उन्होंने कहा, “जहां-जहां से कोयला निकलता है, वहां धरना दीजिए। हम मिलकर एक छटाक भी कोयला बाहर नहीं जाने देंगे। मुख्यमंत्री खुद मोर्चा संभालें, मंत्री भी सड़कों पर आएं।”

झारखंड को भी मिले विकास का हक

महतो ने तंज कसते हुए कहा, “हमारे संसाधनों से आप मुनाफा कमाएंगे और उसका फायदा कोई और लेगा, यह कैसे न्यायसंगत है?” उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर हेमंत सोरेन इसी तरह आंदोलन करेंगे, तो वे विपक्ष में होते हुए भी उनका समर्थन करेंगे।

राजनीति में उबाल, खदानों पर संकट

गौरतलब है कि हेमंत सोरेन कई बार केंद्र को बकाए की चिट्ठी लिख चुके हैं। लेकिन जब बात नहीं बनी, तो उन्होंने खदानें बंद करने की धमकी दी। इस बयान के बाद झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।

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