अमेरिका ने भारत को दिखाई औकात!

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि चुनाव जीतने के बाद जब राष्ट्रपति बनूंगा तब सात काम उनकी प्राथमिकता में शामिल है। जिसमें अवैध प्रवासियों को वापस उनके देश भेजने की भी प्रतिबद्धता जाहिर की थी। अब चुकी डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति बन चुके हैं तो कार्रवाई भी शुरू हो गई है। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 प्रवासी भारतीयों को लेकर यूएस मिलिट्री एयरक्राफ्ट भारत आ गया है। डोनाल्ड ट्रेंप के दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीयों का ये पहला निर्वासन है। भारत के अलावा ब्राजील, ग्वाटेमाला, पेरू और होंडूरास के लोगों को भी सेना के विमान से वापस उनके देश भेजा गया है।

 ट्रंप के व्यवहार से कांग्रेस का मोदी पर निशाना

अमेरिकी एयरफोर्स विमान के भारत में लैंड करते ही विपक्ष ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। लोकसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई ने भी अमेरिकी सरकार द्वारा भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने के तरीके का विरोध किया। उन्होंने कहा कि…“जिस तरह से उन्हें जंजीरों में जकड़ा जा रहा है, वो अपमानजनक और अमानवीय है. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीयों के साथ किए जा रहे व्यवहार पर चुप क्यों हैं?”

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ये दावा कर रहे हैं कि अमेरिका डिपोर्ट किए गए भारतीयों को ‘हथकड़ी लगाई गई और उन्हें अपमानित किया गया’. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि…अमेरिका से भारतीयों को हथकड़ी लगाकर और अपमानित करके निर्वासित किए जाने की तस्वीरें देखकर, एक भारतीय होने के नाते मुझे दुख होता है।

अमेरिका के खिलाफ भारतीयों में आक्रोश

अमेरिकी प्रशासन द्वारा लोगों को जंजीरों में जकड़कर और हथकड़ी लगाकर उनके देश भेजने के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भारतीयों में आक्रोश हो गया। सोशल मीडिया एक्स पर एक यूजर ने लिखा है कि “हथकड़ी और पैरों में जंजीर से बंधे भारतीय अमृत काल में लौट रहे हैं. मैंने ऐसा दृश्य पहले कभी नहीं देखा!”

वहीं एक और यूजर जंजीरों में जकड़े लोगों की तस्वीर देखी तो उसने लिखा कि, “यहां भारतीयों के साथ स्पष्ट रूप से कैदियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है, जबकि ट्रंप द्वारा उन्हें अमेरिका से निर्वासित करते समय न केवल हथकड़ी लगाई गई है, बल्कि पैर में भी हथकड़ी लगाई गई है.”

अमेरिका के रवैये पर कोलंबिया का ऐतराज

अवैध प्रवासियों को सेना के विमान से भेजने का विरोध कोलंबिया के नागरिकों को जब अमेरिकी विमान से भेजने की तैयारी हुई तो कोलंबिया ने जहाज उतारने का विरोध किया। कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘अमेरिका कोलंबियाई प्रवासियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं कर सकता। मैं कोलंबियाई प्रवासियों को ला रहे अमेरिकी विमानों के हमारे क्षेत्र में प्रवेश को स्वीकार नहीं करता।’’

नाराज डोनाल्ड ने कोलंबिया पर बढ़ाया शुल्क

कोलंबिया ने जब नागरिकों को सेना विमान से ना भेजने और एक सम्मानजनक व्यवहार की अपील की तो अमेरिका ने उल्टे कोलंबिया पर शुल्क बढ़ाने, वीजा प्रतिबंध लगाने के आदेश दे डाला। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि पेट्रो के फैसले ने अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को ‘‘खतरे में’’ डाल दिया है। ट्रंप ने लिखा, ‘‘ये सिर्फ शुरुआती कदम हैं। हम कोलंबिया सरकार को अमेरिका में जबरन घुसे अपराधियों को स्वीकार करने और उनकी वापसी संबंधी उसके कानूनी दायित्वों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देंगे।’’

कोलंबिया ने भी डोनाल्ड को दिया जवाब

कोलंबिया सरकार ने इसके जवाब में कहा कि वह अपने लोगों की अमेरिका से सम्मानजनक वापसी के लिए राष्ट्रपति का एक विमान भेज रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति के आदेशों के जवाब में कोलंबियाई राष्ट्रपति पेट्रो ने अमेरिकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘जिन अमेरिकी उत्पादों की कीमत देश में बढ़ेगी, उनका स्थानीय स्तर पर उत्पादन किया जाना चाहिए और सरकार इस संबंध में मदद करेगी।’’

डोनाल्ड ट्रंप को कोई फर्क नहीं पड़ता

अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को सेना के विमान से उनके देश वापस भेजने के लेकर ट्रंप प्रशासन की निंदा के बाद भी डोनाल्ड ट्रंप ने नरमी नहीं दिखाई और अमेरिकी सेना के विमान के जरिए अवैध प्रवासियों के भेजने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में अमेरिका में अवैध भारतीय प्रवासियों को भी US एयरफोर्स विमान से भारत भेजा गया है। गौरतलब है कि अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 प्रवासी भारतीयों को लेकर यूएस मिलिट्री एयरक्राफ्ट पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड किया। अमेरिकी सेना विमान के जरिए 79 पुरुष और 25 महिलाएं भारत पहुंचे, जिनमें 13 बच्चे भी शामिल हैं।

वहीं रॉयटर्स रिपोर्ट के मुताबिक 205 भारतीय नागरिकों को अमेरिका ने C-17 विमान से सैन एंटोनियो, टैक्सास से इंडिया रवाना किया। भारत आने वाले गुजरात, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के लोग बताये जा रहे हैं।

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