पटना: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 29 जनवरी को हुए महाकुंभ भगदड़ में हुई मौतों को लेकर सियासत गरमा गई है। विपक्षी दल यूपी की योगी सरकार पर हमलावर हो गए हैं और इस घटना पर सरकार से जवाब की मांग कर रहे हैं। इस बीच, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने यूपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
महाकुंभ भगदड़ और मौतों का राजनीतिक मुद्दा बनना
दरअसल, 29 जनवरी की रात मौनी अमावस्या के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए महाकुंभ पहुंचे थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई, जिससे लगभग 30 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। इस घटना ने पूरे देश में राजनीति को एक नया मोड़ दे दिया है।
लालू प्रसाद का यूपी सरकार पर आरोप
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने इस घटना पर योगी सरकार को घेरते हुए फेसबुक पर लिखा, “बिहार से ही महाकुंभ भगदड़ में कई मौतें हुई हैं। यूपी सरकार जानबूझकर मौतों के आंकड़े छुपा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हुई है। ऐसे अधिकारियों और सत्ताधीशों को कम से कम ईश्वर से तो डरना चाहिए।”
मौत के आंकड़े पर सवाल उठाते हुए गंभीर बयान
लालू यादव ने आरोप लगाया कि यूपी सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े वास्तविकता से कहीं कम हैं। उनका कहना है कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में जितने लोग मारे गए, सरकारी आंकड़े उससे कहीं कम हैं। आरजेडी प्रमुख का यह आरोप महाकुंभ में हुई त्रासदी को लेकर यूपी सरकार की पारदर्शिता पर सवाल उठा रहा है।
लालू प्रसाद के इस बयान से यह साफ हो गया है कि उनका आरोप सीधे तौर पर यूपी सरकार पर है कि वह वास्तविक मौत के आंकड़ों को छुपा रही है। इस मामले में विपक्षी दलों ने सरकार से जवाब की मांग की है।
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