प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अब ज्यादा पैदल चलने की आवश्यकता नहीं होगी। पिछली बार के अनुभवों से सीखते हुए मेला प्रशासन ने एक नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। इसके तहत, अब श्रद्धालुओं को 4 किलोमीटर से ज्यादा पैदल यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसे मंजूरी दी है। इसके अलावा, 7 रूटों पर पार्किंग सुविधाओं का विस्तार किया गया है, जहां कुल 5 लाख वाहन पार्क हो सकेंगे।
महाकुंभ का नया ट्रैफिक प्लान
महाकुंभ के आयोजन के लिए मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। इस बार, संगम स्नान के लिए श्रद्धालुओं को 25 किलोमीटर पैदल नहीं चलना पड़ेगा। पिछली बार 2019 के अर्द्ध कुंभ और 2013 के कुंभ मेले में श्रद्धालुओं को लंबी दूरी तय करनी पड़ी थी। इस बार मेला प्रशासन ने 7 प्रमुख रूट तय किए हैं, जिन पर कुल 102 पार्किंग स्थल बनाएं गए हैं। इन पार्किंग स्थलों से श्रद्धालु पैदल यात्रा करके स्नान स्थल तक पहुंच सकेंगे।
नए पार्किंग और मार्ग
इस बार मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए सात प्रमुख मार्ग तय किए गए हैं, जिसमें जौनपुर मार्ग, वाराणसी मार्ग, मिर्जापुर मार्ग, रीवा चित्रकूट मार्ग, कानपुर-फतेहपुर-कौशांबी मार्ग, कौशांबी मार्ग और लखनऊ-प्रतापगढ़ मार्ग शामिल हैं। इन मार्गों पर पार्किंग स्थल और यातायात के लिए नए इंतजाम किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
सुविधाएं और सुरक्षा
मेला प्रशासन ने पार्किंग स्थल पर शटल बस, सीएनजी ऑटो और ई-रिक्शा की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है। इसके साथ ही 1700 साइनजेज और 230 वेरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालु को मार्गदर्शन मिल सके। मुख्य स्नान पर्व के दिन आपातकालीन डायवर्जन योजना भी तैयार की गई है। इसके तहत, मुख्य पर्वों के समय केवल एकल दिशा मार्ग पर वाहन चलेंगे और कुछ विशेष दिनों में नो व्हीकल जोन घोषित किया जाएगा।
रूट निर्धारण के मुख्य पहलू
महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए रूट का निर्धारण इस तरह किया गया है कि किसी भी स्थान पर अधिक भीड़ न हो और यातायात की स्थिति सहज बनी रहे। इसके अतिरिक्त, ई-रिक्शा को छह अलग-अलग जोन में बांटा गया है, जो विभिन्न रंगों के कोड से पहचाने जाएंगे। इस बार श्रद्धालुओं को लंबी दूरी तय करने की आवश्यकता नहीं होगी और उनके लिए सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा की व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए प्रशासन ने व्यापक योजना बनाई है। पैदल यात्रा की दूरी कम करने, बेहतर पार्किंग और यातायात प्रबंधन के साथ-साथ आवश्यक सुरक्षा और सुविधा इंतजाम किए गए हैं।