धनबाद/झारखंड: बीसीसीएल के सेंट्रल अस्पताल में संचालित स्कूल ऑफ नर्सिंग में जीएनएम कोर्स में एडमिशन के लिए फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल किया गया। इसका खुलासा अस्पताल प्रबंधन ने किया है, और अब इसके खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

सीरियल नंबर में गड़बड़ी और अंकों में बढ़ोतरी

प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि इन लड़कियों का निवास आसपास के इलाकों में है, और जिनकी मार्कशीट में अंक अधिक दर्ज किए गए हैं, उनका एडमिशन सीरियल नंबर में भी हल्का बदलाव पाया गया। यह प्रतीत होता है कि इन लड़कियों को एडमिशन दिलाने के लिए कोई रैकेट काम कर रहा था।

मार्कशीट की जांच में हुआ बड़ा खुलासा

सेंट्रल अस्पताल के पर्सनल मैनेजर के अनुसार, झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद के तहत स्कूल ऑफ नर्सिंग में जीएनएम कोर्स के लिए 15 लड़कियों का एडमिशन किया जाना था। जब इनकी मार्कशीट की जांच की गई, तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। वेबसाइट पर जांच करने पर पता चला कि 15 में से 10 लड़कियों की मार्कशीट में 20 अंक ज्यादा थे, जबकि उनकी असली मार्कशीट में 20 अंक कम थे। यह साफ संकेत देता है कि एडमिशन के लिए मार्कशीट में अंक बढ़ाए गए थे। इस मामले की शिकायत सरायढेला थाना में की गई है और पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने शुरू की जांच

सरायढेला थाना के सब इंस्पेक्टर दयानंद प्रसाद ने बताया कि फर्जी मार्कशीट मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिकायत के आधार पर जांच जारी है। जानकारी के अनुसार, सेंट्रल अस्पताल में स्कूल ऑफ नर्सिंग के तहत 3 साल का जीएनएम कोर्स कराया जाता है, जिसमें एडमिशन के लिए आवेदकों को 12वीं में 40% अंक के अलावा राज्य नर्सिंग काउंसिल की परीक्षा के परिणाम को भी आधार बनाया जाता है। इस कोर्स के लिए कुल 30 सीटें उपलब्ध हैं।

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