पटना: पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर रद्द की गई 70वीं बीपीएससी परीक्षा अब शनिवार, 4 जनवरी को पटना के 22 विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। पटना जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी की है। बीपीएससी उम्मीदवारों द्वारा किए गए विरोध को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है, और परीक्षा केंद्रों पर किसी भी तरह की गड़बड़ी को सहन नहीं किया जाएगा।

परीक्षा केंद्रों पर निषेधाज्ञा लागू
पटना जिला प्रशासन ने इस परीक्षा के लिए धारा-163 लागू कर दी है, जिसके तहत परीक्षा केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा रहेगी। परीक्षा केंद्रों के आसपास कैफे और प्रिंटर मशीनों को बंद किया जाएगा। यह निषेधाज्ञा 4 जनवरी को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक प्रभावी रहेगी, और इस दौरान किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीएम और एसएसपी की महत्वपूर्ण ब्रीफिंग
पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी अवकाश कुमार ने परीक्षा के सफल संचालन के लिए जिला प्रशासन की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता पुनर्परीक्षा स्वच्छ, कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में आयोजित की जाएगी। इसके लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
सख्त कार्रवाई के निर्देश
डीएम ने परीक्षा केंद्रों में कदाचार और असामाजिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि कोई उम्मीदवार परीक्षा में धोखाधड़ी करता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी कहा कि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक सामग्री लाना वर्जित होगा और इस उल्लंघन पर उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी।
परीक्षा के संचालन की पूरी योजना
डीएम ने यह भी बताया कि परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों के प्रवेश का समय 9:30 बजे से शुरू होगा और 11:00 बजे तक ही प्रवेश किया जा सकेगा। परीक्षा कक्ष में उम्मीदवारों की फ्रिस्किंग की जाएगी, और किसी भी प्रकार की वर्जित सामग्री पाए जाने पर उम्मीदवार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा का समय 12:00 बजे से 02:00 बजे तक होगा, और इस दौरान कोई भी परीक्षा केंद्र से बाहर नहीं निकलेगा।
पुलिस और प्रशासन की पूरी मुस्तैदी
पटना जिला प्रशासन ने कुल 24 स्टैटिक दंडाधिकारियों, 22 जोनल दंडाधिकारियों और 7 उड़नदस्ता दलों को परीक्षा केंद्रों पर तैनात किया है। इसके अलावा, पुलिस अधिकारियों और सशस्त्र बलों को भी सुरक्षा और कदाचार मुक्त संचालन के लिए जिम्मेदार बनाया गया है।
छात्र संगठनों और विपक्षी दलों का विरोध

पिछले कुछ दिनों से बीपीएससी की 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर विपक्षी दलों और छात्र संगठनों ने प्रदर्शन तेज कर दिया है। छात्र संगठनों के सैकड़ों सदस्य पटना की सड़कों पर उतरे हैं और परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। छात्रों ने सरकार को चेतावनी दी है कि वह किसी भी हाल में परीक्षा नहीं होने देंगे।
प्रशांत किशोर और पप्पू यादव का आंदोलन
प्रशांत किशोर ने गांधी मूर्ति के पास आमरण अनशन शुरू कर दिया है, और पूर्णिया सांसद पप्पू यादव भी छात्रों के साथ रेलवे ट्रैक पर उतरकर विरोध कर रहे हैं। विपक्षी दलों के साथ मिलकर छात्रों ने परीक्षा रद्द करने के लिए सड़क पर आंदोलन तेज कर दिया है, और यह आंदोलन अब राजनीतिक रंग ले चुका है।
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त परीक्षा के आयोजन के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच, प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त तरीके से संपन्न हो, हालांकि छात्रों और विपक्षी दलों का विरोध जारी है।