पटना: बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी जंक्शन पर शंटिंग ऑपरेशन के दौरान ट्रेन के इंजन और एक डिब्बे के बीच दबकर 35 वर्षीय रेलवे कर्मचारी की मौत हो गई। यह हादसा शनिवार (9 नवंबर) को हुआ, जब अमर कुमार राउत बरौनी जंक्शन पर ट्रेन के खत्म होने के बाद लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर: 15204) के इंजन को अलग कर रहे थे। इस मामले में अब डीआरएम की जांच रिपोर्ट ने अहम खुलासा किया है।
जांच रिपोर्ट के मुताबिक
जांच रिपोर्ट के मुताबिक, यह दुर्घटना एक गलत इशारे के कारण हुई। रिपोर्ट में रेलकर्मी मो. सुलेमान को दोषी ठहराया गया है। एसएम की ओर से मो. सुलेमान और अमर कुमार को इंजन को अलग करने के लिए भेजा गया था। इस दौरान मो. सुलेमान के गलत इशारे के कारण अमर कुमार की जान चली गई।
पूरा मामला
घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की गई थी। समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुलेमान ने बफर मांगा और फिर लोको पायलट को हाथ से आगे बढ़ने का इशारा किया। इसके बाद सुलेमान ने हाथ से पीछे जाने का इशारा किया और एक मिनट बाद ही हाथ से तेजी से आगे बढ़ने का इशारा किया। इस दौरान अमर इंजन और पावर कार के बीच फंसकर दब गए।
इंजन और पावर कार का सीबीसी डिटैच कर शव को निकाला गया। घटना के एक वीडियो में अमर को ट्रेन के इंजन और पावर कार के बीच फंसा हुआ दिखाया गया। जब ट्रेन बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 5 पर खड़ी थी। घटना की सूचना मिलते ही सोनपुर रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच के आदेश दिए। डीआरएम सोनपुर ने इस पर कहा कि यह बहुत दुखद घटना है, जो कार्यस्थल पर नहीं होनी चाहिए। हमने तुरंत अधिकारी-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। हम पीड़ित परिवार को अंतिम संस्कार भत्ता दे चुके हैं और अमर के परिवार को सेवा नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा।