पटना: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की नई प्रदेश समिति की घोषणा की गई है। प्रिंस राज पुनः प्रदेश अध्यक्ष और केशव सिंह प्रधान महासचिव नियुक्त किए गए हैं।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह, पूर्व सांसद चंदन सिंह और प्रिंस राज पासवान के बीच बैठक में प्रदेश समिति का पुनर्गठन हुआ। इसमें चौदह महासचिव और आठ उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रवण कुमार अग्रवाल ने इस संबंध में जानकारी दी।

भूषण कुमार को प्रदेश संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष, संजीव रंजन, बिजूल सिंह, रामानंद यादव, कृष्ण बिहारी सिंह, माधव सिंह, देव कुमार सिंह, रंजीत कुमार एवं राजाराम पासवान को उपाध्यक्ष, और सुनील कुमार को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।

इन नेताओं को दी गई जिम्मेदारियाँ

कन्हैया कुमार सिंह, राजेश सिंह, शिवनाथ पासवान, चंदन गांधी, नंदकिशोर केसरी, दशरथ पासवान, राजेन्द्र विश्वकर्मा, तपेश्वर पासवान, दिग्विजय चौरसिया, सुनील सिंह, चंदन कुमार, रमेश सिंह, अभितोष सिंह एवं मो. मासूम को महासचिव, विष्णुदेव मंडल को प्रदेश सचिव, मुंगेरी पासवान, राधाकांत पासवान, जयप्रकाश गुप्ता, सुरेश सिंह निषाद, मो. इदरिश को संगठन सचिव, और चंदन सिंह तथा मनीष आनंद को प्रवक्ता बनाया गया है।

स्मिता शर्मा को महिला प्रकोष्ठ, उपेंद्र यादव को युवा प्रकोष्ठ, राजू राजवीर को तकनीकी प्रकोष्ठ, डॉ. सुमन को चिकित्सा प्रकोष्ठ, विजय दास को अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ, रविशंकर सिंह को पंचायती राज प्रकोष्ठ, परवेज खान को अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, दीनबंधु मिश्रा को अधिवक्ता प्रकोष्ठ एवं गोनेलाल मंडल को सहकारिता प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाया गया है।

24 नवंबर से 22 दिसंबर तक जदयू का जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन

जदयू 24 नवंबर से 22 दिसंबर तक जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करेगा। इसके लिए पांच टीमें बनाई गई हैं, प्रत्येक में नौ-नौ नेता शामिल हैं। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि इन सम्मेलनों के लिए गठित टीमों का नेतृत्व क्रमश: जदयू के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष संजय झा, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर करेंगे, साथ ही खुद भी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में शामिल होंगे।

शनिवार और रविवार को अलग-अलग जिलों में सम्मेलनों का आयोजन होगा, जबकि 22 दिसंबर को पटना में इसका समापन होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में राज्य की 243 विधानसभा सीटों में एनडीए को 173 पर बढ़त मिली थी, जबकि महागठबंधन को केवल 63 सीटों पर। इसे ध्यान में रखते हुए 2025 के विधानसभा चुनाव में हमें और बड़ी जीत हासिल करनी है। हमारा लक्ष्य 225 सीटें हैं।

इन सम्मेलनों के जरिए एनडीए की मजबूत एकता का संदेश जनता तक पहुंचाना है। भ्रम फैलाने वालों और बिना काम किए श्रेय लेने वालों का जवाब जनता खुद देगी।

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