पटना: मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में एक अनोखा वाकया देखने को मिला, जिससे वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए। अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच पर बैठे शिक्षा मंत्री को सबके सामने खड़ा कर दिया।
चुनाव से पहले नियुक्ति पत्र वितरण
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी लंबित कार्यों को चुनाव से पहले पूरा करना चाहते हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सक्षमता परीक्षा-2 उत्तीर्ण 59,000 से अधिक विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
समारोह में शामिल हुए कई बड़े नेता
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव सहित कई अन्य मंत्री और अधिकारी मौजूद थे। नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित किया और राज्य में अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देने के सरकार के प्रयासों पर चर्चा की।
शिक्षा मंत्री को मंच पर खड़ा करने की चर्चा
अपने संबोधन के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मंच पर बैठे शिक्षा मंत्री से अचानक खड़े होने को कहा। उन्होंने कहा, “आप लोग मंत्री हैं, जरा खड़ा हो जाइए.. ठीक से सब जगह काम करवाइए… समझ गए न? ऐ, खड़ा हो… आपको जान-बूझकर यह विभाग दिया गया है, तो पूरी मेहनत से काम करिए।” इसके बाद उन्होंने अपना भाषण समाप्त कर दिया।
सभी मंत्री हुए खड़े, फिर हुआ स्पष्टीकरण
जब मुख्यमंत्री ने कहा, “आप लोग मंत्री हैं, जरा खड़ा हो जाइए,” तो सिर्फ शिक्षा मंत्री ही नहीं बल्कि मंच पर मौजूद सभी मंत्री खड़े हो गए। हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वे सिर्फ शिक्षा मंत्री से खड़े होने के लिए कह रहे थे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद सीएम द्वारा शिक्षा मंत्री को भरी सभा में खड़ा कराने की बात अब राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है।