पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के भागलपुर में किसानों के लिए एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी करते हुए 22 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का तोहफा दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में अब तक 3.70 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जा चुके हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने डेयरी प्लांट समेत कई अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
किसानों के खातों में सीधे पहुंची 22 हजार करोड़ रुपये की राशि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भागलपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि छह साल पहले शुरू की गई पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक किसानों के खातों में 3.70 लाख करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा कराई गई, जिसमें कोई बिचौलिया शामिल नहीं रहा। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “एक रुपया केंद्र से चलता है, तो पूरा एक रुपया किसानों के खाते में पहुंचता है।”
शिवरात्रि के पावन अवसर पर किसानों को मिला उपहार
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि बाबा अजगैबीनाथ की इस पावन भूमि पर महाशिवरात्रि की तैयारियों के बीच पीएम किसान योजना की एक और किस्त जारी करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है। उन्होंने बताया कि एक क्लिक के माध्यम से 22 हजार करोड़ रुपये की राशि देशभर के किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी गई है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं—गरीब, किसान, महिला और युवा।
किसानों के हालात सुधारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि एक किसान को खेती के लिए अच्छी बीज, पर्याप्त खाद, सिंचाई की सुविधा, पशुओं की सुरक्षा और आपदा से बचाव की जरूरत होती है। पहले की सरकारों के कार्यकाल में किसान इन सभी समस्याओं से जूझते थे। उन्होंने कहा, “जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, वे किसानों की स्थिति कभी नहीं सुधार सकते।” लेकिन एनडीए सरकार ने किसानों की स्थिति में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
पीएम फसल बीमा योजना से किसानों को मिला लाभ
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर बताया कि जब पहले बाढ़, सूखा या ओलावृष्टि जैसी आपदाएं आती थीं, तो किसानों को उनकी स्थिति पर छोड़ दिया जाता था। लेकिन 2014 में एनडीए सरकार के आने के बाद ‘पीएम फसल बीमा योजना’ शुरू की गई, जिसके तहत अब तक किसानों को पौने दो लाख करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जा चुकी है।
कृषि उत्पादों के निर्यात में तेजी, मखाना को मिलेगा विशेष दर्जा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा दिया है, जिससे किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलने लगा है। उन्होंने बताया कि कई ऐसे कृषि उत्पाद हैं, जिनका पहली बार निर्यात शुरू किया गया है। इसके अलावा, बिहार के मखाने को एक ‘सुपर फूड’ बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे अब वैश्विक बाजारों तक पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। इसीलिए, इस साल के बजट में मखाना किसानों के लिए विशेष रूप से ‘मखाना बोर्ड’ स्थापित करने की घोषणा की गई है।
देशभर में 10,000 से अधिक किसान उत्पादक संघ बनाए गए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने देशभर में 10,000 किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाने का लक्ष्य रखा था, जिसे अब पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार के खगड़िया जिले में 10,000वें एफपीओ का पंजीकरण किया गया है, जो मुख्य रूप से मक्का, केला और धान उत्पादन पर केंद्रित रहेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनका सपना है कि दुनिया की हर रसोई में भारत के किसी न किसी किसान का उत्पाद जरूर पहुंचे।
कम उत्पादन वाले जिलों के लिए ‘पीएम धन-धान्य योजना
‘प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में ‘पीएम धन-धान्य योजना’ की घोषणा की गई है। इस योजना के तहत देश के 100 ऐसे जिलों की पहचान की जाएगी, जहां फसल उत्पादन अपेक्षाकृत कम होता है। फिर इन जिलों में खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे, ताकि किसानों की आय बढ़ाई जा सके।
बिहार को 22 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में बिहार के लिए 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके तहत पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त भी जारी की गई, जिससे देशभर के 9.80 करोड़ किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
बिहार को नई परियोजनाओं का तोहफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बरौनी में एक नए डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया, जिससे राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और पशुपालकों को आर्थिक लाभ मिलेगा। इसके अलावा, नवादा-तिलैया रेल लाइन के दोहरीकरण और इस्माइलपुर-रफीगंज फ्लाईओवर समेत कई अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की भी घोषणा की गई।
राजनीतिक मंच पर दिग्गज नेताओं की मौजूदगी
इस बड़े कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, रामनाथ ठाकुर, गिरिराज सिंह और शिवराज सिंह चौहान जैसे प्रमुख नेता मौजूद थे। इन दिग्गज नेताओं की उपस्थिति को राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि बिहार में आगामी चुनावों से पहले यह सभा राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागलपुर यात्रा किसानों के लिए कई सौगातें लेकर आई। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी करने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की घोषणा की। इसके अलावा, कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कई नई योजनाओं की भी शुरुआत की गई। बिहार में डेयरी प्लांट से लेकर रेल परियोजनाओं तक, इन सभी योजनाओं का उद्देश्य राज्य के समग्र विकास को गति देना है।