चंडीगढ़: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 119 भारतीयों को लेकर एक विशेष विमान शनिवार रात अमृतसर पहुंचा। हरियाणा सरकार ने अपने नागरिकों को लेने के लिए अमृतसर एयरपोर्ट पर कथित रूप से कैदियों के वाहन भेजे। इस पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। पंजाब के एनआरआई मंत्री कुलदीप धालीवाल ने इस कदम की कड़ी निंदा की।
‘अपने ही देश में अपमानित किया जा रहा’
मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा, “इन भारतीय युवाओं को पहले ही अमेरिका में यातनाएं झेलनी पड़ीं। उन्हें बिना किसी अपराध के घंटों तक बेड़ियों में जकड़कर लाया गया। अब अपने ही देश में भी उन्हें सम्मान की बजाय अपमान सहना पड़ रहा है। पुलिस की गाड़ियों में ले जाना उनके मानसिक कष्ट को और बढ़ाने जैसा है।”
पहले भी हुआ था ऐसा मामला
इससे पहले 5 फरवरी को अमेरिकी वायुसेना के ग्लोबमास्टर विमान से 104 भारतीयों को अमृतसर लाया गया था। इनमें पंजाब से 30, हरियाणा और गुजरात से 33-33, महाराष्ट्र से 3, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश से 2-2 लोग शामिल थे। बताया गया कि इन लोगों को हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर लाया गया था, जिससे राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई थी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक बार फिर अमृतसर में विमान उतरने पर नाराजगी जताई है।