पटना: बिहार में स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने छह फार्मेसी और चार नर्सिंग स्कूलों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। यह मामला जक्कनपुर थाने में रजिस्ट्रार विमलेश कुमार झा के आवेदन पर दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन संस्थानों ने स्वास्थ्य विभाग से जाली अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने की कोशिश की थी।
किन-किन संस्थानों पर हुआ केस दर्ज?
जिन संस्थानों पर मामला दर्ज किया गया है, वे हैं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन, दुल्हिन बाजार, एक्जॉल्ट कॉलेज ऑफ फार्मेसी, हाजीपुर, लालती देवी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, गौरीचक, प्रतीक कॉलेज ऑफ एजुकेशन, सीवान, प्रभु कैलाश कॉलेज ऑफ फार्मेसी, औरंगाबाद, चंपारण इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, पूर्वी चंपारण, मिथिलांचल एएनएम ट्रेनिंग स्कूल, मधुबनी, चित्रा एएनएम ट्रेनिंग स्कूल, दरभंगा, मां भवानी एएनएम ट्रेनिंग स्कूल, मधुबनी, और रिद्धि सिद्धि एएनएम ट्रेनिंग स्कूल, मधुबनी।
नियमों की अनदेखी कर हासिल करने की थी मान्यता
इस कानूनी कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि कुछ शैक्षणिक संस्थान नियमों की अवहेलना करते हुए अवैध तरीके से मान्यता प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे। स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एफिलिएशन लेने की कोशिश करने वाले इन संस्थानों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। अब सवाल यह उठता है कि यह गड़बड़ी आखिर किस स्तर पर हुई और किसकी लापरवाही से ऐसी स्थिति बनी?




































