लखनऊ: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज अब अपनी नियमित पदयात्रा नहीं करेंगे। उनकी प्रतिदिन की पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। कुछ लोगों द्वारा विरोध किए जाने के कारण यह निर्णय लिया गया है। अब संत प्रेमानंद जी महाराज भक्तों से मिलने के लिए पदयात्रा नहीं करेंगे।
पदयात्रा स्थगित होने का कारण
संत प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम श्री राधा केलिकुंज से जारी एक सूचना में बताया गया है कि, “आप सभी को सूचित किया जाता है कि महाराज जी के स्वास्थ्य और बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए, जो रात दो बजे से श्री हित राधा केलिकुंज तक पदयात्रा करते थे, यह अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी जाती है।”
पदयात्रा का विरोध और ध्वनि प्रदूषण
दरअसल, संत प्रेमानंद जी महाराज हर रात दो बजे पदयात्रा पर निकलते थे। इस दौरान हजारों भक्त सड़कों के किनारे खड़े होकर भजन कीर्तन करते थे। लेकिन इस दौरान होने वाले शोरगुल की वजह से रास्ते में स्थित कॉलोनियों के लोगों ने विरोध किया था। विशेष रूप से एनआरआई ग्रीन कॉलोनी के निवासियों ने इस शोरगुल के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया।
महिलाओं का विरोध और समस्याएँ
विरोध करने वाली महिलाओं ने हाथों में तख्तियां लेकर संत प्रेमानंद जी की पदयात्रा का विरोध किया। उनका कहना था कि शोर और पटाखों की आवाज से बुजुर्गों, बच्चों और अन्य लोगों को परेशानी हो रही है। इस कारण, रात के समय पदयात्रा को बंद किया जाना चाहिए। इसी कारण पदयात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।

































