पटना: बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ का एक नया रूप सामने आया है। वे अपनी सरल और सौम्य स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। एस. सिद्धार्थ नालंदा जिले के नूरसराय स्थित सरदार बिगहा स्कूल में बिना किसी सरकारी शोर-शराबे के अकेले पहुंचे। यहां उन्होंने सामान्य व्यक्ति के रूप में बच्चों के साथ प्रार्थना में शामिल हो कर सभी को चौंका दिया। हालांकि, कुछ शिक्षकों ने उन्हें पहचान लिया और इसके बाद वे बच्चों और शिक्षकों से बातचीत करने लगे।
बिना तामझाम पहुंचे स्कूल
सूत्रों के अनुसार, ACS के स्कूल पहुंचने से पहले उनकी सरकारी गाड़ी को कुछ दूरी पर ही रोक दिया गया था और वह पैदल ही सरदार बिगहा स्कूल पहुंचे। इस कारण से ACS के आगमन का किसी को भी पता नहीं चला। लेकिन कुछ समय बाद स्कूल के शिक्षकों ने उन्हें पहचान लिया और फिर ACS ने बच्चों से शिक्षा, एमडीएम, नए मेन्यू, सरकारी योजनाओं जैसी कई बातें की। इसके साथ ही, स्कूल की सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया।
सफाई पर दिया ध्यान
ACS एस सिद्धार्थ ने सफाई की कमी देखी और इसकी महत्ता बताई। उन्होंने स्कूल में नियमित सफाई करने और कराए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने मिड-डे मील से जुड़ी योजनाओं पर भी विचार किया।
मिड-डे मील मेन्यू में बदलाव
राज्य सरकार ने बिहार के सरकारी स्कूलों में 15 फरवरी से मिड-डे मील का मेन्यू बदलने का फैसला लिया है। इसके तहत, अब बच्चों को सप्ताह में एक दिन शनिवार को खिचड़ी दी जाएगी, जबकि पहले यह बुधवार और शनिवार को दी जाती थी। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
शिक्षकों की संख्या के नए मानक
बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की संख्या से संबंधित नए मानक भी तय किए हैं। इसके तहत, प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 से 5 तक के लिए प्रधान शिक्षक समेत कम से कम पांच शिक्षकों का होना जरूरी है। वहीं, कक्षा 1 से 8 तक के मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक समेत कम से कम नौ शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ सरकारी स्कूलों की हालत और व्यवस्थाओं की जमीनी स्थिति का खुद से जायजा लेने में विश्वास रखते हैं।
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