पटना: हिंदू धर्म में हर महीने का खास महत्व होता है, और माघ महीने का विशेष स्थान है। इस साल माघ महीने की शुरुआत मकर संक्रांति से हो रही है, जो 14 जनवरी को शुरू हुआ और 12 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान दान, स्नान और पूजा का विशेष महत्व है। ज्योतिषियों के अनुसार, माघ महीने में भगवान श्री हरि विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा से न केवल धन-धान्य की प्राप्ति होती है, बल्कि मनोकामनाओं की पूर्ति भी होती है।
माघ महीने का पवित्र महत्व
लखनऊ के सिद्धिविनायक ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र ने बताया कि माघ माह सनातन धर्म में पवित्र माना जाता है। इस दौरान विशेष व्रत, त्योहार मनाए जाते हैं और दान-पुण्य का महत्व बढ़ जाता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस समय पवित्र नदियों में स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है, खासकर इस वर्ष महाकुंभ का आयोजन होने के कारण इसका आध्यात्मिक महत्व और भी बढ़ गया है।
दान और पूजा का महत्व
डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि माघ महीने में तिल, गुड़, वस्त्र, घी, अन्न और गर्म कपड़े दान करने से पुण्य प्राप्त होता है। साथ ही सूर्य की पूजा और उगते सूर्य को अर्घ्य देना शुभ होता है, जिससे सूर्य ग्रह मजबूत होता है और पापों का नाश होता है। इस महीने में एकादशी व्रत का भी खास महत्व है, जिसमें भागवत गीता का पाठ करना लाभकारी होता है।
माघ माह में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार
17 जनवरी – सकट चौथ
25 जनवरी – षटतिला एकादशी
27 जनवरी – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
29 जनवरी – माघी अमावस्या, मौनी अमावस्या
1 फरवरी – विनायक चतुर्थी
2 फरवरी – वसंत पंचमी
4 फरवरी – नर्मदा जयंती
8 फरवरी – ज्या एकादशी
9 फरवरी – प्रदोष व्रत
12 फरवरी – माघी पूर्णिमा
माघ महीने का यह समय हमारे लिए अध्यात्मिक उन्नति का एक अवसर है, जहां पूजा, व्रत और दान से हम जीवन में सुख और समृद्धि ला सकते हैं।
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