पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को प्रगति यात्रा के तहत वैशाली पहुंचे, जहां उन्होंने करोड़ों रुपये की योजनाओं की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने जीविका दीदियों से मुलाकात की और उनके योगदान की सराहना की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने राज्य में चल रहे सियासी कयासों पर स्पष्ट जवाब देते हुए कहा कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है।
जीविका के विस्तार पर सीएम का बयान
जीविका का जिक्र करते हुए सीएम नीतीश ने बताया कि जब जीविका का नामकरण किया गया था, तो यह पूरे देश में “आजीविका” के रूप में लागू किया गया। उन्होंने कहा, “हमने बिहार में इसे जीविका दीदी कहा और यह महिलाओं के लिए एक सशक्त कदम साबित हुआ। अब शहरी इलाकों में भी इसका विस्तार हुआ है, और महिलाएं अब पहले से कहीं ज्यादा आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी नजर आ रही हैं।”
महिलाओं के सशक्तिकरण पर सीएम की बात
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहले महिलाएं खुद को ज़्यादा नहीं बोल पाती थीं, लेकिन अब वो बहुत अच्छे से बोलने लगी हैं। उन्होंने बताया कि जब वे मुख्यमंत्री बने तो बिहार में स्वयं सहायता समूह बहुत कम थे, लेकिन उन्होंने इसका विस्तार किया और ‘जीविका’ नाम दिया। इसके माध्यम से महिलाओं को न केवल ट्रेनिंग दी गई, बल्कि उन्हें कार्य करने का अवसर भी दिया गया।
सियासी आलोचनाओं पर सीएम का जवाब
पटना में उनके खिलाफ चल रही सियासी चर्चाओं के बारे में जब मीडिया ने सवाल किया, तो सीएम ने दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैंने हमेशा काम किया है और जो मेरे साथ रहा, वह सही रहा। एक गलती हुई थी, जो मैंने ठीक की।” सीएम ने यह भी याद दिलाया कि उन्हें पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मुख्यमंत्री बनाया था, और उन्होंने हमेशा उनका सम्मान किया।