रांची/झारखंड: माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल इसलिए भेजते हैं ताकि उन्हें पढ़ाई का सुरक्षित वातावरण मिले, खासकर जब बात आवासीय विद्यालयों की हो, तो छात्रों की सुरक्षा सबसे अहम होती है।
कैरो झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय की गंभीर समस्या
लोहरदगा जिले के कैरो प्रखंड में स्थित झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं को ऐसी ही एक गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां 350 छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। पहले यह विद्यालय कुडू प्रखंड में संचालित होता था, लेकिन 2024 में इसे कैरो प्रखंड में स्थानांतरित किया गया। इस विद्यालय में पानी की गंभीर समस्या सामने आई है। स्कूल में जो बोरिंग किया गया था, वह पूरी तरह से विफल हो चुका है और पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है, जिससे न केवल पीने के पानी की समस्या उत्पन्न होती है, बल्कि अन्य कामों के लिए भी पानी की उपलब्धता नहीं है। गर्मी के मौसम में तो स्थिति और भी विकट हो जाती है।
पानी की समस्या और छात्रों की सुरक्षा की चिंता
2024 की गर्मी में पानी की समस्या के कारण विद्यालय को छुट्टियों का ऐलान करना पड़ा था। वर्तमान स्थिति में छात्राओं को स्कूल के पास स्थित एक कुएं से मोटर के जरिए पानी लाना पड़ता है। नहाने के लिए छात्राओं को विद्यालय से दूर स्थित नदी में जाना पड़ता है। यह समस्या सिर्फ कुछ छात्राओं तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यालय की सभी छात्राओं को नदी में नहाने की मजबूरी है। यह स्थिति छात्राओं की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करती है।
समस्या के समाधान में सरकार की उदासीनता
स्कूल प्रबंधन ने कई बार विभाग से इस समस्या को लेकर पत्राचार किया, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम आइलीन टोप्पो ने फोन पर बातचीत में बताया कि उन्होंने कई बार विभाग को समस्या के बारे में अवगत कराया है, लेकिन अब तक इसका समाधान नहीं हो सका है। वहीं विद्यालय की वार्डन सीमा कुमारी ने भी कहा कि छात्राओं के नदी में नहाने की स्थिति एक मजबूरी है, और इसके समाधान के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है।