पटना: बिहार में क्या एनडीए सरकार मजबूत है, या फिर नीतीश कुमार सत्ता परिवर्तन करेंगे? यह सवाल पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह सवाल उठ रहा है कि नीतीश कुमार क्या फिर से भाजपा का साथ छोड़ देंगे? उनके राजनीतिक मौन को इसके पीछे की वजह माना जा रहा है। लेकिन इस मामले में अब बिहार के नेता विपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने खुलकर अपनी राय दी है।

तेजस्वी यादव का स्पष्ट जवाब

दरअसल, जब बिहार विधानसभा के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव से यह सवाल किया गया कि बिहार के राजनीतिक गलियारों में सियासी समीकरण बदलने की चर्चा हो रही है और सत्ता परिवर्तन होने की संभावना है, तो उन्होंने साफ-साफ जवाब दिया। तेजस्वी ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं होने वाली है, और आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सत्ता परिवर्तन नहीं होगा। उन्होंने इसे सिर्फ बेकार की बातें करार दिया और कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

मुख्य मुद्दा छात्रों के आंदोलन का है

तेजस्वी ने यह भी कहा कि राज्य में असली मुद्दा यह है कि छात्र आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। छात्र लगातार मुख्यमंत्री से मिलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उन पर ध्यान नहीं दे रही है। उनका आरोप था कि यह स्थिति इसलिए उत्पन्न हुई है क्योंकि राज्य की सरकार का नियंत्रण नीतीश कुमार के बजाय रिटायर्ड अधिकारियों के हाथ में है।

नीतीश कुमार को लेकर तेजस्वी की टिप्पणी

तेजस्वी ने यह बयान भी दिया कि नीतीश कुमार सही मानसिक स्थिति में नहीं हैं और उन्हें कुछ लोगों ने हाईजैक कर लिया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र परेशान हैं, लेकिन उन्हें कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा, तेजस्वी ने यह सवाल भी उठाया कि यदि प्रश्न पत्र लीक हुआ है तो क्या पूरे बिहार की परीक्षा रद्द नहीं होनी चाहिए थी।

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