पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण विकास विभाग के तहत 638 करोड़ 27 लाख की लागत से 533 प्रखंडों के 5671 ग्राम पंचायतों में 6659 खेल मैदानों के निर्माण कार्य का शुभारंभ एक अणे मार्ग से ऑनलाइन किया। उन्होंने कैमूर जिले के 170 खेल मैदानों का भी ऑनलाइन शिलान्यास किया। इस अवसर पर मोहनियां की विधायक संगीता कुमारी उपस्थित थीं। साथ ही परिवहन विभाग की 43 डिलक्स बसों को हरी झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री ने रवाना किया।

कैमूर में बनेंगे 170 खेल मैदान
कैमूर जिले के 133 पंचायतों में कुल 170 खेल मैदान बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मैदानों का निर्माण मनरेगा योजना के तहत युवाओं की खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। प्रत्येक खेल मैदान की लागत लगभग 10 लाख रुपये होगी।
खेलों को मिलेगा बढ़ावा
मोहनियां विधायक संगीता कुमारी ने कहा, “पढ़ाई के साथ खेलकूद भी जरूरी है। इन खेल मैदानों से बच्चों को बेहतर भविष्य बनाने का अवसर मिलेगा।” सरकार द्वारा मेडल लाओ, नौकरी पाओ योजना का भी उल्लेख किया गया, जिसमें मेडल जीतने वाले युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की जाती है।
तीन प्रकार के खेल मैदान
ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि की उपलब्धता के अनुसार तीन प्रकार के खेल मैदान बनाए जाएंगे:
1. बड़े खेल मैदान (4 एकड़ तक): क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक जैसी सुविधाएं।
2. मध्यम खेल मैदान (1-1.5 एकड़): फुटबॉल, बैडमिंटन, ऊंची कूद जैसी सुविधाएं।
3. छोटे खेल मैदान (1 एकड़ से कम): बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक जैसी चार सुविधाएं।
डीलक्स बसों का शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग की 43 डीलक्स बसों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन बसों के संचालन से यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा। परिवहन विभाग के सचिव ने मुख्यमंत्री को बसों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी।
नयी डीलक्स बसों के परिचालन से राज्य के विभिन्न हिस्से में लोगों को सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। सस्ती, सुलभ, सुगम, सुरक्षित अत्याधुनिक सुविधायुक्त परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए इन 43 डिलक्स बसों का परिचालन राज्य के विभिन्न अंतरक्षेत्रीय मार्गों पर किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, राज्य परिवहन आयुक्त नवीन कुमार सहित परिवहन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी मौजूद रहे।
‘हमारा बिहार हमारी सड़क’ ऐप का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने ‘हमारा बिहार हमारी सड़क’ नामक मोबाइल ऐप का भी लोकार्पण किया। इस ऐप के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संबंधी समस्याओं की जानकारी विभाग को दी जा सकेगी।
सड़कों की देखभाल में पारदर्शिता
इस ऐप के माध्यम से गड्ढों, क्षतिग्रस्त सड़कों और अन्य समस्याओं की शिकायत दर्ज करवाई जा सकेगी। समस्याओं को हल करने की स्थिति ऐप पर अपडेट की जाएगी। इस प्रक्रिया से पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
नागरिकों की भागीदारी बढ़ेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तकनीक से यातायात व्यवस्था सुधरेगी और ग्रामीण सड़कों की देखभाल में नागरिकों की भागीदारी बढ़ेगी। ‘हमारा बिहार हमारी सड़क’ ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इसे डाउनलोड कर नागरिक अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। कार्यक्रम में कई वरिष्ठ अधिकारी और मंत्रिगण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया गया।