NEET परीक्षा पेपर लीक का मामला दिनोंदिन गरमाता जा रहा है। यहां तक कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने NTA से जवाब भी मांगा है। वहीं केंद्र सरकार ने नीट धांधली की जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी भी बनाई है जो दो महीने में अपना रिपोर्ट सैंपेगी। नीट परीक्षा में बड़े पैमाने पर हुई धांधली को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है। छात्रों और अभिभावकों के साथ साथ विपक्षी पार्टियां भी सड़क पर उतर चुकी हैं। नीट की परीक्षा में धांधली को लेकर कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर हमलावर हैं।
कौन कर रहा सिस्टम का दुरुपयोग?
वहीं नीट पेपर लीक मामले में दिल्ली प्रदेश के कांग्रेस नेता सुनील झा ने सरकार से शिक्षा प्रणाली में संशोधन पर विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने बिहार जोहार न्यूज से बात करते हुए कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा का पेपर लीक होने के पीछे का मात्र कारण अवैध रूप से लाभ कमाना है। उन्होंने कहा कि ये कांड बाहरी तत्वों का होता है जो शिक्षण संस्थानों के संपर्क में रहकर अवैध ढंग से करोड़ों रुपये कमाना चाहते हैं। ऐसे लोग अपनी काली कमाई के लिए सिस्टम का जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं।
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
सुनील झा ने कहा कि ये भ्रष्टाचारी खुद तो फंसते हैं, साथ ही साथ छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ करते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि नीट परीक्षा के पेपर लीक मामले में ऐसे नकाबपोश तत्वों को पकड़ कर बिना किसी भेदभाव के सख्त कार्रवाई करें। चाहे वो सरकार में शामिल मंत्री हों या अधिकारी हों या कोई भी शख्स उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। साथ ही साथ नीट परीक्षा को अविलंब रद्द करने की मांग की।
शिक्षा व्यवस्था सुधारने की जरूरत
कांग्रेस नेता सुनील झा ने कहा कि किसी भी देश और समाज का विकास वहां के शिक्षित लोगों पर ही निर्भर करता है। लिहाजा शिक्षा जगत में पारदर्शिता की बहुत आवश्यकता है, यदि शिक्षा, ज्ञान और विज्ञान में खामियां आयेंगी तो देश का पतन निश्चित है।