पटना: बिहार की चार विधानसभा सीटों – तरारी (भोजपुर), रामगढ़ (कैमूर), इमामगंज और बेलागंज (गया) – पर उपचुनाव के लिए बुधवार को वोटिंग शुरू हो गई है। इसके परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। चुनाव आयोग और पुलिस ने चुनाव प्रक्रिया को सुचारु रूप से सम्पन्न करने के लिए पूरी तैयारी की है। सुरक्षा के लिए दस हजार से अधिक बलों की तैनाती की गई है, जिसमें 7,500 से ज्यादा बिहार पुलिस और 2,000 से अधिक होमगार्ड के जवान शामिल हैं। इस बार केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं की गई है।
चार सीटों पर कुल 12,20,063 मतदाता
इन चार सीटों पर कुल 12,20,063 मतदाता 38 उम्मीदवारों के भाग्य का निर्धारण करेंगे। तरारी सीट पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, लोजपा (आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान, रालोमो प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा, जन सुराज के प्रवर्तक प्रशांत किशोर समेत बिहार और केंद्र सरकार के कई मंत्री, सांसद और विधायक प्रचार में सक्रिय हैं।
नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर
इस उपचुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधनों के नेताओं ने जोरदार प्रचार किया है। इसमें चार प्रमुख नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इमामगंज में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू, बेलागंज में सांसद सुरेन्द्र यादव, तरारी में पूर्व विधायक सुनील पांडेय और रामगढ़ में प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे चुनावी मैदान में हैं।