नई दिल्ली: प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत अब बहुत नाजुक बताई जा रही है। उन्हें 27 अक्टूबर को बोन मैरो कैंसर के इलाज के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली में भर्ती कराया गया था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा से फोन पर बात की और उनकी स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें पूरी मजबूती से इलाज करवाने की सलाह दी।

एम्स दिल्ली के मीडिया प्रभारी और एनाटॉमी विभाग की प्रोफेसर डॉ. रीमा दादा ने बताया

एम्स दिल्ली के मीडिया प्रभारी और एनाटॉमी विभाग की प्रोफेसर डॉ. रीमा दादा ने बताया कि शारदा सिन्हा की हालत स्थिर है और उन्हें लगातार निगरानी में रखा जा रहा है। डॉ. रीमा ने कहा, “वह हीमोडायनामिकली स्थिर हैं, यानी उनका रक्तचाप और हृदय गति सामान्य है, हालांकि उनकी स्थिति पर निगरानी जारी रखी जा रही है। वे 2018 से मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित हैं।”

पीएम मोदी ने शारदा सिन्हा के बेटे से की फोन पर बात

सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा से फोन पर बात की और उन्हें कहा कि वे पूरी तरह से इलाज में कोई कसर न छोड़ें। इस दौरान अंशुमन सिन्हा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, “यह सच है कि मां वेंटिलेटर पर हैं।” उन्होंने प्रशंसकों से उनकी बेहतर हालत के लिए प्रार्थना करने की अपील की और कहा, “मां अब एक बड़ी लड़ाई लड़ रही हैं और यह बहुत मुश्किल है। बस यही प्रार्थना करें कि वह इस मुश्किल से बाहर आ सकें।”

पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती

भावुक होते हुए अंशुमन ने बताया कि उनकी मां की हालत अचानक बिगड़ गई है और वह डॉक्टर से मिलने के बाद आ रहे हैं। शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती हैं और हाल ही में वहां से छठ गीत ‘दुखवा मिटाईं छठी मईया’ का ऑडियो रिलीज किया था। पद्म भूषण सम्मान प्राप्त शारदा सिन्हा को मैथिली और भोजपुरी लोक संगीत में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। ‘विवाह गीत’ और ‘छठ गीत’ जैसे चर्चित गानों के लिए वे प्रसिद्ध हैं। उनके संगीत में योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री और पद्म विभूषण से भी नवाजा गया है।

शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के समस्तीपुर में हुआ था। वे संगीत से जुड़े परिवार से आती हैं और 1980 में ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन से अपना करियर शुरू किया। बहुत जल्दी उनकी आवाज़ और भावनात्मक प्रस्तुतियां लोगों के दिलों में बस गईं। वहीं, सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य को लेकर कई झूठी खबरें भी वायरल हो रही हैं।

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