पटना: लगभग एक महीने पहले, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने अपने भतीजे प्रिंस राज के साथ दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद, पारस ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी एनडीए का हिस्सा है और आगे भी रहेगी। लेकिन हाल ही में नीतीश कुमार के आवास पर हुई एनडीए की बैठक में पारस और उनकी पार्टी के किसी नेता को आमंत्रित नहीं किया गया।

पारस की अलग बैठक

दिलचस्प बात यह है कि जब नीतीश कुमार के घर एनडीए की बैठक चल रही थी, उसी समय पारस अपनी पार्टी की अलग बैठक कर रहे थे। उन्होंने अपनी पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह के घर बैठक आयोजित की, जिसमें पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई।

एनडीए में एकतरफा बने रहने की घोषणा

नीतीश कुमार के घर हुई बैठक में जेडीयू, बीजेपी, चिराग पासवान की एलजेपी(आर), उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी, और जीतन राम मांझी की पार्टी के नेताओं को बुलाया गया था, लेकिन रालोजपा को न्योता नहीं मिला। इसके बावजूद, पारस ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए का हिस्सा बनी रहेगी और वे विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।

बीजेपी से करेंगे शिकायत

पारस की पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए की बैठक में आमंत्रित न किए जाने को उन्होंने गंभीरता से लिया है। इसके बावजूद, वे एनडीए में बने रहने की कोशिश करेंगे। पारस और उनके साथी बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मिलकर अपनी समस्याएं रखेंगे।उन्होंने बताया कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि छठ पूजा के बाद पार्टी बिहार के सभी 243 सीटों पर अपने संगठन को मजबूत करेगी। नवंबर में पटना में कार्यकर्ताओं का सम्मेलन भी होगा।

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