पटना: दिवाली का त्योहार भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे प्रकाश, खुशी और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर घर और दुकान की सजावट विशेष मायने रखती है। मुख्य दरवाजे पर आम के पत्तों से बना तोरण दीपक और रंगोली के साथ सजाना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। इसे शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
आम के पत्तों से बने तोरण का महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार, आम के पत्तों से बना तोरण घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। आम के पत्ते पवित्र माने जाते हैं और इन्हें मुख्य दरवाजे पर लटकाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है, जिससे घर में सुखद और शांत वातावरण बना रहता है। यह नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकता है, जिससे शांति, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
घर को बुरी नजर से बचाने के उपाय
आम के पत्तों का तोरण बुरी नजर से सुरक्षा का प्रभावी उपाय माना जाता है। यह न केवल घर की सजावट में चार चांद लगाता है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, आम के पत्तों का मेहराब बनाने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसा मानना है कि तोरण घर के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करता है और परिवार की प्रगति में सहायता करता है। दिवाली पर आम के पत्तों का मेहराब सजावटी होने के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है।
सजावट
आम के पत्तों का मेहराब धार्मिक और वास्तुशास्त्र के अनुसार महत्वपूर्ण है, और यह घर की सजावट में भी निखार लाता है। यह पारंपरिक सजावट का खूबसूरत नमूना है, जो घर को उत्सव की रंगत में रंग देता है। दिवाली पर आम के पत्तों का उपयोग एक धार्मिक परंपरा है, जो आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि लाने का महत्वपूर्ण साधन है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और बुरी नजर से बचाता है। इस दिवाली अपने घर को आम के पत्तों के तोरण से सजाएं और त्योहार की खुशियों को बढ़ाएं।
वास्तु के अनुसार मुख्य दरवाजे पर क्या लगवाना चाहिए
गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। इससे घर में खुशहाली आएगी और पारिवारिक बाधाएं दूर होंगी। मुख्य दरवाजे के अंदर और बाहर भगवान गणेश की दो मूर्तियों को इस प्रकार लगाएं कि उनकी पीठ एक-दूसरे से जुड़ी रहे।
स्वस्तिक चिन्ह
आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए घर के मुख्य दरवाजे पर स्वस्तिक चिन्ह लगाना चाहिए। साथ ही, नहाने के बाद घर की दहलीज को हल्दी मिले पानी से धोने से सुख-समृद्धि आती है।