पटना डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मॉरीशस यात्रा के दौरान अपने समकक्ष नवीनचंद्र रामगुलाम से मंगलवार को मुलाकात की। इस बैठक में भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों की गहन समीक्षा की गई और नई संभावनाओं पर चर्चा हुई, जिससे दोनों देशों के ऐतिहासिक रिश्तों को और मजबूत किया जा सके।

पीएम मोदी को मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

इस मुलाकात से पहले प्रधानमंत्री मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस सम्मान के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री रामगुलाम का आभार जताया। पीएम मोदी ने एक्स (Twitter) पर लिखा,”प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ शानदार बैठक हुई। मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने का आमंत्रण देने और मेरे प्रति उनके विशेष सम्मान के लिए आभार। मॉरीशस सरकार द्वारा ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ से सम्मानित किए जाने पर गर्व महसूस कर रहा हूं।”

भारत-मॉरीशस के मजबूत संबंधों की पुष्टि

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट किया,”पीएम नरेंद्र मोदी और पीएम रामगुलाम के बीच उपयोगी चर्चा हुई, जिसमें द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की गई। पीएम मोदी ने मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के लिए धन्यवाद दिया, जिसे उन्हें बुधवार को प्रदान किया जाएगा।”

इस बैठक में नेताओं ने मौजूदा समझौतों पर चर्चा की और नई साझेदारी के लिए संभावनाओं को तलाशा। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत, मॉरीशस के लिए एक विश्वसनीय विकास भागीदार है और दोनों देश ग्लोबल साउथ के हितों की रक्षा के लिए मिलकर कार्य करेंगे।

पीएम मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित भोज में लिया हिस्सा

मंगलवार रात प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम द्वारा आयोजित भोज में भी पीएम मोदी ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा,”अगर दुनिया में कोई देश है जिसका भारत पर पूरा अधिकार है, तो वह मॉरीशस है। हमारे संबंधों की कोई सीमा नहीं है। हम अपने देशों के लोगों की भलाई के लिए मिलकर कार्य करते रहेंगे।”

भारत और मॉरीशस – निकट समुद्री पड़ोसी

प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस को भारत का निकट समुद्री पड़ोसी बताते हुए कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में यह भारत का महत्वपूर्ण साझेदार है। उन्होंने याद दिलाया कि अपनी पिछली मॉरीशस यात्रा के दौरान उन्होंने “विजन SAGAR” (Security and Growth for All in the Region) की अवधारणा रखी थी, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा, विकास और समृद्धि को बढ़ावा देना है।

उन्होंने कहा,”ग्लोबल साउथ के देशों को एक साथ मिलकर अपनी आवाज उठानी चाहिए। जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत ने ग्लोबल साउथ को प्राथमिकता दी और मॉरीशस को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।”

साझा मूल्यों और भविष्य की साझेदारी पर जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस की साझेदारी केवल ऐतिहासिक संबंधों तक सीमित नहीं है। यह साझा मूल्यों, विश्वास और उज्ज्वल भविष्य की सोच पर आधारित है। उन्होंने कहा,”प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के नेतृत्व में भारत-मॉरीशस संबंध हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।

निष्कर्ष

भारत और मॉरीशस के बीच गहरे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध रहे हैं। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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