नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के एलन मस्क के नेतृत्व वाले सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) ने भारत, बांग्लादेश और नेपाल को दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक लगाने का ऐलान किया है।
बांग्लादेश के लिए फंडिंग बंद
डीओजीई ने कहा कि वह बांग्लादेश सहित विदेशी परियोजनाओं को रद्द कर अमेरिकी करदाताओं का पैसा बचा रहा है। टेस्ला के सीईओ मस्क के नेतृत्व में डीओजीई ने शनिवार (स्थानीय समय) को कहा कि वह ‘बांग्लादेश में राजनीतिक परिदृश्य को मजबूत करने’ के लिए 29 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग रोक रहा है।
मस्क और यूनुस की बातचीत
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने शुक्रवार को एलन मस्क के साथ स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने को लेकर चर्चा की। यूनुस ने गुरुवार को स्पेसएक्स, टेस्ला और एक्स के संस्थापक मस्क के साथ एक विस्तृत वीडियो मीटिंग की।
इस चर्चा में बांग्लादेश में इंटरनेट सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए स्टारलिंक उपग्रह शुरू करने की संभावनाओं पर बात हुई। यूनुस ने मस्क को बांग्लादेश आने का निमंत्रण भी दिया, जिस पर मस्क ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
स्टारलिंक का प्रभाव
मस्क ने स्टारलिंक के उपग्रह संचार के प्रभाव पर जोर देते हुए कहा कि यह बांग्लादेश के युवा उद्यमियों, ग्रामीण महिलाओं और दूरदराज के समुदायों के लिए फायदेमंद होगा।
भारत और नेपाल की फंडिंग पर असर
डीओजीई ने भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 22 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता रोक दी। नेपाल में ‘राजकोषीय संघवाद’ और ‘जैव विविधता संरक्षण’ के लिए 39 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग भी रद्द कर दी गई।
अन्य देशों की फंडिंग में कटौती
लाइबेरिया में 1.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर, माली में 14 मिलियन अमेरिकी डॉलर, दक्षिणी अफ्रीका में 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर और एशिया में शिक्षा सुधार के लिए 47 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता भी बंद कर दी गई।
सरकारी खर्च में कटौती का उद्देश्य
सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) का उद्देश्य सरकारी लागत को कम करना और अमेरिकी करदाताओं के पैसे की बचत करना है।




































