प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में 29 फरवरी को मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे लंबा जाम लग गया। प्रशासन के सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। कुंभ नगरी के सातों प्रमुख मार्ग पूरी तरह जाम हो चुके हैं।

मेले के अंदर भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं, जिससे यातायात ठप हो गया है। वाहनों की लंबी कतारें हैं और पीपा पुलों को बंद कर दिया गया है। रेलवे प्रशासन ने भी जंक्शन पर अलग-अलग प्रवेश और निकासी मार्ग बनाए हैं।

श्रद्धालु प्रशासन की अव्यवस्था और वीवीआईपी कल्चर को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। संगम तक पहुंचने के लिए उन्हें 15-20 किमी पैदल चलना पड़ रहा है। अगर कहीं जाम में फंस गए तो और अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है।

100 किलोमीटर की यात्रा में लगे 11 घंटे

सुल्तानपुर से प्रयागराज पहुंचे रामगोविंद मिश्र और उनकी पत्नी गंगावती मिश्र ने बताया कि उन्होंने 3:30 बजे रोडवेज बस पकड़ी थी, लेकिन जाम में फंसने के कारण बस ढाई घंटे तक रुकी रही। फाफामऊ से सिविल लाइंस पहुंचने में डेढ़ घंटा लगा, जबकि सामान्य दिनों में यह सफर मात्र 25 मिनट का होता है। सिविल लाइंस से महाकुंभ जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला, जिससे उन्हें 12-15 किमी पैदल चलना पड़ा और रात 1:45 बजे संगम पहुंचे।

10-12 घंटे तक जाम में फंसे यात्री

दिल्ली से संगम स्नान के लिए आईं अंकिता ने बताया कि सामान्य दिनों में दिल्ली से प्रयागराज पहुंचने में 10-12 घंटे लगते हैं, लेकिन इस बार उन्हें 24 घंटे लग गए। इसमें से 10-12 घंटे जाम में ही गुजर गए। प्रयागराज पहुंचने के बाद भी 7 घंटे तक वे जाम में फंसी रहीं।

प्रयागराज जाने वाले प्रमुख मार्गों पर 10-15 किमी लंबा जाम

वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और रीवा से प्रयागराज जाने वाले मार्गों पर 10-15 किमी लंबा जाम लगा हुआ है। शहर में प्रवेश करने और बाहर निकलने में 3-4 घंटे लग रहे हैं। डीआईजी कुंभ वैभव कृष्ण के अनुसार, वीकेंड के चलते अचानक भीड़ बढ़ गई है, जिससे रूट डायवर्जन लागू करना पड़ा है। प्रशासन का प्राथमिक लक्ष्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, इसलिए स्नान के बाद भीड़ को तुरंत हटाया जा रहा है।

पुलिस और श्रद्धालुओं में झड़प

महाकुंभ क्षेत्र में पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच कई जगहों पर बैरिकेडिंग को लेकर झड़पें हो रही हैं। पुलिस लोगों से नियमों का पालन करने की अपील कर रही है, जबकि श्रद्धालु थकान के कारण सीधे क्षेत्र में प्रवेश करना चाहते हैं।

प्रयागराज जंक्शन पर बदले गए प्रवेश और निकास नियम

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रयागराज रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए हैं। जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह के अनुसार, यात्रियों का प्रवेश केवल सिटी साइड से होगा, जबकि निकास सिविल लाइंस साइड से किया जाएगा।

स्टेशन परिसर में विशेष योजना लागू

स्टेशन में यात्रियों के सुगम प्रवेश के लिए कलर कोडेड टिकट और आश्रय स्थल बनाए गए हैं। आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर 5 से प्रवेश दिया जाएगा। रेलवे प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया है कि वे ट्रेनों के निर्धारित समय से पहले पहुंचें ताकि किसी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।

अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि प्रयागराज महाकुंभ में फंसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जानी चाहिए। लखनऊ, रीवा और वाराणसी से आने वाले मार्गों पर लंबा जाम है। ट्रेन के इंजन तक भी भीड़ पहुंच रही है। उन्होंने सरकार पर विफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि वह केवल विज्ञापनों में सक्रिय दिख रही है, जबकि जमीन पर अव्यवस्था हावी है।

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