नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अरविंद केजरीवाल पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल शराब और पैसे के मामलों में उलझ कर रह गए हैं। अन्ना ने आगे कहा कि चुनावों में उम्मीदवार का चरित्र और विचार अच्छे होने चाहिए, और उसकी छवि दागदार नहीं होनी चाहिए।
अन्ना का तंज और केजरीवाल पर आरोप
अन्ना हजारे ने यह भी कहा कि उन्होंने लंबे समय से कहा है कि चुनाव लड़ते वक्त उम्मीदवार का चरित्र महत्वपूर्ण होता है। लेकिन केजरीवाल को यह समझ में नहीं आया और वह शराब और पैसों में फंसे रह गए, जिससे उनकी छवि खराब हुई। परिणामस्वरूप, उन्हें चुनावों में कम वोट मिले। दिल्ली की जनता ने देखा कि जबकि केजरीवाल चरित्र की बात करते हैं, वह शराब में लिप्त रहते हैं, जिससे उनकी छवि प्रभावित हुई है।
अन्ना का व्यक्तिगत अनुभव
अन्ना ने यह भी कहा कि जब बैठक हुई थी, तो उन्होंने यह निर्णय लिया था कि वह पार्टी का हिस्सा नहीं रहेंगे। और तभी से वे आम आदमी पार्टी से दूर हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे और बीजेपी की खुशी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ ही समय में घोषित होने वाले हैं। हालांकि, जो शुरुआती रूझान सामने आए हैं, उसमें बीजेपी को 48 सीटों पर बढ़त मिलती दिखाई दे रही है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटों पर आगे है। इस नतीजे को लेकर बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है, और वे ढोल-नगाड़े के साथ जश्न मना रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ता अबीर से एक-दूसरे को रंग रहे हैं और खुशी व्यक्त कर रहे हैं।
केजरीवाल का हार के बाद प्रतिक्रिया
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बाद अरविंद केजरीवाल का पहला बयान सामने आया। उन्होंने अपनी हार को स्वीकार करते हुए कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे आए हैं और जो भी जनता का फैसला है, वह उसे पूरी विनम्रता से स्वीकार करते हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बधाई दी और उम्मीद जताई कि बीजेपी जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी।
केजरीवाल ने किए किए गए कार्यों का उल्लेख
केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 सालों में दिल्ली की जनता ने उन्हें जो मौका दिया, वह उसका उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के क्षेत्र में किया। उन्होंने दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने की कोशिश की और जनता को राहत पहुंचाने के लिए कई प्रयास किए। केजरीवाल ने कहा कि चुनावी नतीजों के बावजूद वे एक मजबूत विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे।
आगे भी सेवा का वादा
केजरीवाल ने कहा कि वे राजनीति में किसी सत्ता के लिए नहीं आए थे, बल्कि राजनीति को एक माध्यम मानते हैं जिससे जनता की सेवा की जा सके। उन्होंने कहा कि वे आगे भी समाज सेवा करते रहेंगे और जिनकी जरूरत होगी, उनकी मदद करेंगे।
ALSO READ




































