पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर से गणतंत्र दिवस के मौके पर एक ऐसी घटना सामने आई है, जो राज्य में शराबबंदी की स्थिति पर सवाल खड़े करती है। यहां के एक स्कूल के हेडमास्टर शराब के नशे में झंडा फहराने के लिए स्कूल पहुंचे। जब पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई की और हेडमास्टर को स्कूल से गिरफ्तार कर लिया।
हेडमास्टर के नशे में झूमते हुए झंडा फहराने का मामला
यह पूरा घटनाक्रम मुजफ्फरपुर के रामपुर हरि थाना क्षेत्र के मीनापुर प्रखंड स्थित राजकीय मध्य विद्यालय धर्मपुर पूर्वी का है। हेडमास्टर शराब के नशे में इस कदर धुत था कि झंडा फहराने के दौरान वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। यह स्थिति देखकर ग्रामीणों ने तत्काल स्थानीय विधायक मुन्ना यादव को सूचना दी, जिन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हेडमास्टर को गिरफ्तार किया
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस स्कूल पहुंची और देखा कि हेडमास्टर शराब के नशे में झूम रहा था और झंडा फहरा रहा था। पुलिस ने तुरंत उसे गिरफ्तार किया और थाने ले गई। विधायक मुन्ना यादव ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि स्कूल का हेडमास्टर शराब पीकर झंडा फहराने के लिए आया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
शराबबंदी की हकीकत पर सवाल
यह घटना शराबबंदी के बिहार सरकार के दावे पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। शराब के नशे में स्कूल के हेडमास्टर का झंडा फहराना और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह साफ हो गया कि राज्य में शराबबंदी के नियमों का पालन सख्ती से नहीं हो रहा है।
ALSO READ