देहरादून: उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) जल्द लागू होने वाली है, और इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट बयान दिया है। धामी कैबिनेट ने यूसीसी विधेयक को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद विपक्षी दलों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। खासकर, आईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इसे मुस्लिम विरोधी करार दिया था, जिस पर सीएम धामी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
ओवैसी के आरोपों का जवाब
21 जनवरी को लखनऊ में असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड की यूसीसी को लेकर सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि इस कानून का उद्देश्य केवल मुसलमानों को उनके धार्मिक तरीके से शादी, तलाक और संपत्ति के बंटवारे से रोकना है। ओवैसी के इस आरोप का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उनका सरकार का कदम संविधान के अनुच्छेद 44 पर आधारित है, जिसे बाबा साहेब अंबेडकर ने तैयार किया था।
सीएम धामी का स्पष्ट बयान
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार वही यूसीसी लागू कर रही है, जिसे अंबेडकर ने संविधान में डाला था। यूसीसी लागू करने के लिए पहले ड्राफ्ट कमेटी बनाई गई, फिर व्यापक स्तर पर हितधारकों से बातचीत की गई। इसके बाद ही यह कानून अमल में लाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि यूसीसी का उद्देश्य किसी को निशाना बनाना नहीं है, बल्कि यह सभी नागरिकों को समान अधिकार देना है।
सीएम का निशाना: ओवैसी पर हमला
पुष्कर सिंह धामी ने आगे कहा कि यूसीसी में किसी को टारगेट करने जैसी कोई बात नहीं है। यह सिर्फ उन लोगों के लिए चिंता का विषय है, जो वोटों के लिए समाज को बांटने का काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार महिलाओं के अधिकारों के प्रति प्रतिबद्ध है, और खासकर देश की आधी आबादी, यानी महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए यह कानून लाया गया है।
उत्तराखंड निकाय चुनाव पर सीएम का बयान
सीएम धामी ने इस दौरान उत्तराखंड निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत का दावा किया और कहा कि राज्य के सभी चुनावों में देवभूमि की जनता ने बीजेपी को आशीर्वाद दिया है। उन्होंने विश्वास जताया कि निकाय चुनाव में भी जनता बीजेपी का समर्थन करेगी और राज्य में विकास की गति तेज होगी।
बता दें कि, उत्तराखंड निकाय चुनाव प्रचार के बाद सीएम धामी दिल्ली चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली गए हैं, जहां उन्होंने वजीरपुर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी पूनम शर्मा के लिए प्रचार किया।
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