पटना: बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आया है, जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने रविवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर चल रही है। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद हैं। 15 जनवरी को लालू यादव ने पशुपति पारस के निमंत्रण पर उनके कार्यालय का दौरा किया था, और वहां यह संकेत दिया था कि भविष्य में पशुपति पारस महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं।
क्या है पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच बढ़ते मतभेद?
अब, बिहार की सियासी हलचलों के बीच एक नई चर्चा शुरू हो गई है कि लालू यादव ने पशुपति पारस को महागठबंधन में शामिल करने की संभावना को लेकर उन्हें समर्थन दिया है। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पशुपति पारस ने चिराग पासवान को जो राजनीतिक घाव दिया था, उसकी भरपाई अब लालू यादव कर सकते हैं। इस मुलाकात के बाद यह भी चर्चा है कि चाचा पशुपति पारस ने भतीजे चिराग को बड़ा नुकसान पहुंचाने का प्लान तैयार कर लिया है।
चिराग पासवान को विधानसभा चुनाव में चुनौती?
इससे पहले, लालू यादव ने अपने बेटे तेजप्रताप के साथ पशुपति पारस के आवास पर चूड़ा-दही के भोज में शामिल होकर चिराग पासवान को हैरान कर दिया था। इसके बाद, बिहार के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि पशुपति पारस और एलजेपी के पूर्व बाहुबली सांसद सुरजभान सिंह मिलकर चिराग पासवान को आगामी विधानसभा चुनावों में बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहे हैं।
लालू यादव का टास्क: चिराग पासवान को घेरने की योजना
आज की मुलाकात के बाद, सियासी गलियारों में यह भी चर्चा हो रही है कि लालू यादव ने सुरजभान सिंह और पशुपति पारस को एक बड़ा टास्क सौंपा है। इसके तहत, बिहार के मुंगेर, वैशाली, बेगूसराय, खगड़िया, नवादा, जमुई और हाजीपुर विधानसभा सीटों पर चिराग पासवान की पार्टी के प्रत्याशियों को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई गई है। यह कदम एलजेपी के लिए बड़ा खतरा बन सकता है, और बिहार में सियासी स्थिति को बदल सकता है।