दिल्ली: बीजेपी सांसद और लोक सभा पद के दावेदार ओम बिरला आखिरकार लोक सभा अध्यक्ष पद के लिए चुन लिए गए। ओम बिरला दूसरी बार लोक सभा अध्यक्ष बनने वाले तीसरे सांसद हैं। इससे पहले पीए संगमा और बलराम जाखड़ दो बार लोक सभा अध्यक्ष चुने जा चुके हैं। ओम बिरला के लोक सभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद सत्ता पक्ष के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें आसन तक छोड़न गए। इस दौरान पूरे सदन में तालियां बजती रहीं।
देश की आवाज उठाने की हो प्राथमिकता
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ओम बिरला को संविधान की याद दिलाते हुए उम्मीद जताई की सदन में स्पीकर विपक्ष की आवाज को उठाने में सहयोग करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि ये महत्वपूर्ण नहीं है कि सदन कैसे चल रहा है। जरूरी ये है कि देश की आवाज को कैसे उठाया जा सकता है। राहुल गांधी ने कहा कि इस चुनाव से साफ हो गया है कि भारत के लोग चाहते हैं कि संविधान की रक्षा हो। राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विपक्ष को बोलने का मौका देकर संविधान की रक्षा की जाएगी।
अखिलेश यादव ने सहयोग का दिया भरोसा
समाजवादी पार्टी प्रमुख और कन्नौज से सांसद चुन कर लोकसभा पहुंचे अखिलेश याद ने ओम बिरला को दूसरी बार लोक सभा स्पीकर चुने जाने पर बधाई दी। अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची है। इस पर सदन में मौजूद सभी सदस्य हंसने लगे। इस दतौरान उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव भी अपनी हंसी नहीं रोक पाईं। अखिलेश यादव ने स्पीकर ओम बिरला से कहा कि आपका अंकुश सत्ता पक्ष पर होना चाहिए। और सभी को बोलने का समान अवसर मिलना चाहिए। अखिलेश ने स्पीकर को भरोसा दिलाया कि सदन चलाने में वो भरपूर सहयोग करेंगे।
सदन में अपनी बात रखने का सबको मिलेगा मौका
लोक सभा अध्यक्ष चुने जाने पर ओम बिरला ने कहा कि सदन को चलाने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की होती है। सबकी बात सुनने और सबकी सहमति से सदन चलाने की लोकतंत्र की परंपरा रही है। लिहाजा मैं उम्मीद करूंगा कि सबकी सहमति से सदन चले। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि किसी भी पार्टी का यदि एक भी सदस्य सदन में अपनी बात रखना चाहता है तो उसे उसे पर्याप्त समय मिले। ये हमारी प्राथमिकता होगी।