पटना: बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पटना में एक बड़ी कार्रवाई की है। बेउर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। आरोप है कि उन्होंने अपनी आय से 146 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की है। इसके अलावा, पूर्णिया, मधुबनी और कटिहार जेल में अधीक्षक रहते हुए भी उन पर गंभीर आरोप लग चुके हैं।
बेऊर जेल अधीक्षक के ठिकानों पर जांच
आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बेउर जेल अधीक्षक विधु कुमार के पटना स्थित सरकारी आवास और उनके पैतृक गांव स्थित घर पर भी छापेमारी की है। बेऊर जेल का कार्यभार संभालने के बाद और उससे पहले उनके वेतन, कमाई और पूर्वजों की संपत्ति की जांच की जा रही है। आरोप है कि उन्होंने अपनी आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है। इस दौरान अधिकारियों ने उनकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच की है।
पहले भी लगे थे गंभीर आरोप
विधु कुमार के खिलाफ आरोप कोई नई बात नहीं है। वह बेउर जेल अधीक्षक बनने से पहले पूर्णिया, मधुबनी और कटिहार जिलों में भी जेल अधीक्षक के पद पर तैनात रहे हैं। उस दौरान भी उन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। सूत्रों के अनुसार, ईओयू को जेल अधीक्षक से संबंधित कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जिससे करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का मामला उजागर होने की संभावना है।
ईओयू का बयान
ईओयू के अधिकारियों के अनुसार, 4 जनवरी को विधु कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी, जिसमें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में साक्ष्य मिले हैं। प्रारंभिक जांच में उनके खिलाफ आय से 146 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने के सबूत पाए गए हैं। इसके साथ ही, 3 जनवरी को आर्थिक अपराध थाना में उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।
बिहार में ईओयू की बढ़ती कार्रवाई
आपको बता दें कि हाल ही में सिपाही भर्ती और नीट परीक्षा में धांधली के मामलों में भी आर्थिक अपराध इकाई ने कई आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। आज शनिवार को बेऊर जेल के अधीक्षक के ठिकानों पर छापेमारी इस कड़ी की एक और महत्वपूर्ण कार्रवाई है।