पटना: बिहार के तिरहुत स्नातक उपचुनाव में शिक्षक नेता वंशीधर बृजवासी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की। उन्होंने जेडीयू-आरजेडी और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों को हराकर विधान परिषद में अपनी जगह बनाई। अब उनका विधान परिषद में शपथ ग्रहण समारोह आज निर्धारित था, लेकिन इसे अचानक स्थगित कर दिया गया है।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम का स्थगित होना
विधान परिषद सचिवालय द्वारा जारी पत्र के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित करने का कारण भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद सात दिनों का राजकीय शोक घोषित करना है। इस शोक अवधि में कोई भी राजकीय कार्यक्रम और सरकारी मनोरंजन से संबंधित आयोजन नहीं हो सकते।
नई तिथि की घोषणा
सचिवालय ने कहा कि इस सरकारी निर्देश के पालन में आज (27 दिसंबर, 2024) को 1:00 बजे आयोजित होने वाला शपथ ग्रहण समारोह स्थगित कर दिया गया है। भविष्य में शपथ ग्रहण की नई तिथि की घोषणा की जाएगी। पहले यह शपथ ग्रहण समारोह तय था, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है।
मनमोहन सिंह के योगदान को याद किया
इस बीच, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के देश को योगदान को याद किया गया और उनके सम्मान में शोक प्रस्ताव पारित किया गया। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री के लिए भारत रत्न की मांग भी की है।
सहयोगी नेताओं ने भी मनमोहन सिंह को याद किया
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद, यूपीए-1 और यूपीए-2 कैबिनेट के सहयोगी रहे सुबोध कांत सहाय ने उन्हें याद किया। सहाय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का झारखंड से गहरा संबंध था और उन्होंने मनरेगा की शुरुआत के लिए झारखंड को ही चुना था, जो मजदूरों को कम से कम 100 दिनों का रोजगार देने वाली पहली योजना थी।
































