पटना: पटना में बुधवार को बीपीएससी (BPSC) अभ्यर्थियों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर बिहार की सियासत में हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने गर्दनीबाग में धरना दे रहे अभ्यर्थियों के समर्थन में उतरते हुए इस घटना को सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा बना लिया है। इस दौरान आरजेडी चीफ लालू प्रसाद ने भी पुलिस के इस एक्शन पर सवाल उठाए और इसे गलत बताया।

क्यों हुआ लाठीचार्ज?
पटना में पिछले कई दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। जब सरकार की तरफ से उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, तो अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और सड़क पर दौड़ाकर पीटा। कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हो गए।

महिला अभ्यर्थियों को भी नहीं बख्शा गया
बीपीएससी की 70वीं परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर गर्दनीबाग में पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों को पुलिस ने बर्बर तरीके से पीटा। महिला अभ्यर्थियों को भी लाठियों से नहीं बख्शा गया और उन पर भी लाठीचार्ज किया गया। इस घटना के बाद सियासत गरमा गई है और विपक्ष ने सरकार पर हमला बोल दिया है।

लालू प्रसाद का बयान
आरजेडी चीफ लालू प्रसाद ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “ऐसा नहीं होना चाहिए था, यह बिल्कुल गलत हुआ है।” उन्होंने इस पर अधिक टिप्पणी नहीं की, लेकिन उनका संदेश साफ था कि पुलिस की यह कार्रवाई उचित नहीं थी।

पटना जिला प्रशासन की सफाई
पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर जिला प्रशासन ने अपनी सफाई दी है। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि छात्रों को उकसाने की कोशिश की जा रही है और इसके पीछे कुछ कोचिंग संस्थानों का हाथ है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन संस्थानों के खिलाफ उकसाने की शिकायतें मिली हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, कुछ कोचिंग संस्थानों के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है।

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