नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज 71,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। रोजगार मेले के इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए इसे उनके जीवन की एक नई शुरुआत बताया। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं कल कुवैत से लौटने के बाद आज सबसे पहले देश के युवाओं के साथ इस कार्यक्रम का हिस्सा बना। यह दिन आपके वर्षों के सपनों और मेहनत को साकार होते देखने का दिन है।”
1.5 साल में 10 लाख सरकारी नौकरियां
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में केंद्र सरकार ने 10 लाख युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरी दी है। उन्होंने कहा, “यह रिकॉर्ड हमारी सरकार की पारदर्शिता और ईमानदारी का प्रमाण है। पहले के मुकाबले, आज युवाओं को बिना भेदभाव के नौकरियां दी जा रही हैं। ये युवा अपनी निष्ठा और मेहनत से देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने में सहयोग करेंगे।”
45 स्थानों पर होगा रोजगार मेला
सरकार ने कहा कि रोजगार मेले का आयोजन देशभर के 45 स्थानों पर किया जा रहा है। इस भर्ती अभियान के तहत गृह मंत्रालय, डाक विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय, और वित्तीय सेवाओं सहित विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्तियां की जाएंगी। ये रोजगार अभियान युवाओं को राष्ट्र निर्माण और आत्मनिर्भरता की दिशा में अहम अवसर प्रदान करेगा।
रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया जारी
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में बताया कि रिक्तियों को भरना एक सतत प्रक्रिया है। सरकार ने मंत्रालयों और विभागों को समयबद्ध तरीके से रिक्त पदों को भरने का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री द्वारा 22 अक्टूबर 2022 को शुरू किए गए रोजगार मेलों के तहत मिशन मोड में भर्ती प्रक्रिया को गति दी गई है।—
भर्तियों की संख्या और प्रक्रिया पर जानकारी
जितेंद्र सिंह ने बताया कि रोजगार मेलों में अब तक लाखों नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। भर्ती प्रक्रिया की निगरानी संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी), कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी), रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी), और बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) जैसे निकायों द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा कि संविदा पर नियुक्तियां मंत्रालयों और विभागों की आवश्यकताओं के अनुसार वित्तीय नियम, 2017 के तहत की जाती हैं।
भविष्य की योजनाएं
सरकार ने रोजगार मेलों को युवाओं के लिए सार्थक अवसर बताते हुए कहा कि यह पहल भविष्य में भी जारी रहेगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को उनके कौशल और योग्यता के आधार पर उचित नौकरियां प्रदान करना है।