पटना: यू-डायस पोर्टल पर छात्रों के प्रोफाइल को अपडेट करने में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस सिलसिले में कुचायकोट प्रखंड के 100 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन अगले आदेश तक रोकते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।

वेतन स्थगन और स्पष्टीकरण का आदेश

बीईओ अशोक कुमार सिंह द्वारा जारी किए गए पत्र में 100 प्रधानाध्यापकों का वेतन स्थगित करने का आदेश दिया गया है। शिक्षा विभाग ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दिया था कि यू-डायस पोर्टल पर छात्रों का प्रोफाइल समय सीमा के भीतर अपडेट किया जाए।

72 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था

23 अक्टूबर को प्रधानाध्यापकों को 72 घंटे का समय प्रोफाइल अपलोड करने के लिए दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद 100 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद बीईओ ने उनके वेतन को रोकते हुए, 24 घंटे के भीतर प्रोफाइल एंट्री को पूरा करने का आदेश दिया है। साथ ही, जिन प्रधानाध्यापकों ने तय समय में एंट्री नहीं की, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है।

वेतन रोके गए प्रधानाध्यापकों के नाम

जिन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन स्थगित किया गया है, उनमें मंगल सिंह हाई स्कूल रतनपुरा, महेंद्र दास हाई स्कूल नेचुआ जलालपुर, मदरसा फैज ए रसूल सिरसिया बाजार, हजारीलाल हाई स्कूल बलिवन सागर समेत कई अन्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक शामिल हैं।

बक्सर में शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी

अब बक्सर में शिक्षकों का वेतन रोकने के बजाय उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। इसके साथ ही, अगस्त महीने में जिन 15 शिक्षकों का वेतन रोका गया था, उन्हें अब वेतन वापस कर दिया गया है। विभागीय आदेश के तहत, उन पर आरोप पत्र तैयार किया जाएगा।

वेतन रोकने वाले विद्यालयों के नाम

जिन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन अवरुद्ध किया गया था, उनमें प्राथमिक विद्यालय जमुआ टोला, उत्क्रमित कन्या उच्च विद्यालय एकरासी, उर्दू प्राथमिक विद्यालय बुढ़ाडीह, मध्य विद्यालय सिकरौल, मध्य विद्यालय मनहथा, प्राथमिक विद्यालय तुरांव पट्टी, मध्य विद्यालय धोबहीं, प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित मठिया, वीर कुंवर सिंह मध्य विद्यालय, कन्या प्राथमिक विद्यालय दलसागर, मध्य विद्यालय अखौरीपुर गोला, आदर्श उच्च विद्यालय चौसा, मध्य विद्यालय इंदौर, मध्य विद्यालय सिद्धिपुर और मध्य विद्यालय कुलमनपुर शामिल हैं।

इस पूरे मामले से साफ है कि शिक्षा विभाग अब लापरवाही को लेकर सख्त हो चुका है और समय पर कार्य पूरा न करने वाले प्रधानाध्यापकों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है।

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