रांची/झारखंड: झारखंड के महगामा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस उम्मीदवार दीपिका पांडेय सिंह के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया और जातीय जनगणना तथा आरक्षण के मुद्दे पर अहम घोषणाएं की।

संविधान को बचाने की लड़ाई

राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत संविधान की किताब दिखाकर की। उन्होंने कहा कि इंडिया अलायंस संविधान को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) संविधान को समाप्त करने की साजिश कर रहे हैं। राहुल गांधी ने इस संविधान को भारत के महापुरुषों का दर्शन और भारतीय जनता की आत्मा करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यह संविधान ही है जो गरीबों को उनके अधिकार प्रदान करता है, जैसे वोट का अधिकार, पानी का अधिकार और जंगल का अधिकार।

प्रधानमंत्री मोदी पर तंज

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह संविधान की किताब को ‘लाल किताब’ कहकर मजाक उड़ाते हैं। राहुल गांधी ने मोदी से कहा कि रंग मायने नहीं रखते, महत्वपूर्ण यह है कि संविधान में क्या लिखा है। अगर प्रधानमंत्री मोदी ने यह किताब पढ़ी होती, तो वह देश में नफरत फैलाने की बजाय लोगों को जोड़ने का काम करते।

संविधान को मिटाने की कोशिश

राहुल गांधी ने दावा किया कि बीजेपी और RSS संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह किताब कभी खत्म नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, “दुनिया की कोई ताकत इस किताब को मिटा नहीं सकती और अगर ये कोशिश की गई, तो भारत की जनता बीजेपी और RSS को सजा देगी।”

नरेंद्र मोदी पर आरोप

राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी अरबपतियों के एजेंट हैं, जो सिर्फ अमीरों की मदद करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने गरीबों से 16 लाख करोड़ रुपये छीनकर उन्हें अरबपतियों के कर्ज माफ करने में खर्च कर दिया। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मोदी ने महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार को गिरा दिया था ताकि अडानी को एक लाख करोड़ की जमीन दिलवाई जा सके।

जातीय जनगणना की आवश्यकता

राहुल गांधी ने झारखंड के लोगों से पूछा कि उनकी पहचान क्या है? उन्होंने बताया कि राज्य में दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग बड़ी संख्या में हैं, लेकिन बजट के वितरण में इन्हें उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलता। इसके लिए उन्होंने जातीय जनगणना की बात की। राहुल गांधी ने कहा कि जातीय जनगणना से यह साफ होगा कि समाज के किन हिस्सों को ज्यादा लाभ मिला है और कौन से वर्ग पीछे छूटे हुए हैं।

जातीय जनगणना के फायदे

राहुल गांधी ने जातीय जनगणना की जरूरत बताते हुए कहा कि इससे यह जानने में मदद मिलेगी कि देश की कितनी संपत्ति किस जाति के लोगों के पास है। जातीय जनगणना के बाद न केवल सरकारी विभागों में प्रतिनिधित्व में सुधार होगा, बल्कि देश की राजनीति भी एक नया मोड़ लेगी।

मीडिया पर हमला

राहुल गांधी ने मीडिया को ‘गोदी मीडिया’ कहते हुए कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मीडिया में कभी दलित या पिछड़े वर्ग के पत्रकारों का नाम नहीं आता, क्योंकि यह सब अंबानी और अडानी के पक्ष में काम करते हैं।

कांग्रेस सरकार की आरक्षण नीति

राहुल गांधी ने घोषणा की कि कांग्रेस की सरकार झारखंड में एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि एससी के लिए आरक्षण 26 से बढ़ाकर 28 प्रतिशत, एसटी के लिए 10 से बढ़ाकर 12 प्रतिशत और ओबीसी के लिए आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया जाएगा।

राहुल गांधी ने अपनी पूरी रैली में बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने जातीय जनगणना और आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दोहराया और यह सुनिश्चित किया कि आने वाले समय में गरीबों, दलितों और पिछड़ों को उनका हक मिलेगा।

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