नई दिल्ली: मणिपुर में सीआरपीएफ द्वारा एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ ने जिरीबाम क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान 11 उग्रवादियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए अस्पताल एयरलिफ्ट किया गया। सीआरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक, उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया, जिसके बाद यह मुठभेड़ हुई।

राज्य में शांति की चाहत – डीजीपी

इस मुठभेड़ से पहले, मणिपुर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव सिंह ने कहा कि उनका उद्देश्य राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करना है। उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनौतीपूर्ण समय है और वे इसे प्रभावी तरीके से सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।

मणिपुर में सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई

इसके अलावा, मणिपुर के पहाड़ी और घाटी इलाकों में पिछले तीन दिनों में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने कई हथियार, गोला-बारूद और आईईडी बरामद किए हैं। असम राइफल्स ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि शनिवार को असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने चुराचांदपुर जिले के एल खोनोमफाई गांव के पास एक अभियान चलाया, जिसमें .303 राइफल, दो 9 एमएम पिस्तौल, छह 12 सिंगल बैरल राइफल, एक .22 राइफल, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री जब्त की गई।

असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन

कांगपोकपी जिले के एस चौंगौबंग और माओहिंग के बीच एक अन्य अभियान में, संयुक्त टीम ने एक 5.56 मिमी इंसास राइफल, एक .303 राइफल, दो एसबीबीएल बंदूकें, दो .22 पिस्तौल, दो इंप्रोवाइज्ड प्रोजेक्टाइल लांचर, ग्रेनेड, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री जब्त की। असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की संयुक्त टीम ने रविवार को काकचिंग जिले के उटांगपोकपी में एक खुफिया-आधारित अभियान चलाया, जिसमें एक .22 राइफल, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई।

मई 2023 से मणिपुर में जातीय हिंसा

गौरतलब है कि मई 2023 से मणिपुर के इंफाल घाटी में मैतेई और पहाड़ी क्षेत्रों के कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष शुरू हुआ, जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।

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