पटना: हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके लालू प्रसाद यादव ने अपनी बेटियों, मीसा भारती और रोहिणी आचार्या के लिए जोरदार प्रचार किया था। हालांकि, अपनी खराब तबियत के कारण उन्होंने किसी भी जनसभा को संबोधित नहीं किया था। मगर बिहार में हो रहे उपचुनावों के दौरान, लालू यादव अपनी बीमारियों के बावजूद आज बेलागंज पहुंच गए।

पुरानी शैली की कोशिश

लालू यादव ने बेलागंज में हो रहे उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार विश्वनाथ सिंह के समर्थन में एक जनसभा की। विश्वनाथ सिंह, सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव के बेटे हैं। उनके पिता के सांसद बनने के कारण वहां उपचुनाव हो रहे हैं। लालू यादव ने आज विश्वनाथ सिंह के लिए वोट मांगा और प्रचार में हिस्सा लिया।

उपचुनाव के प्रचार का समय अब समाप्त होने वाला था, और लालू यादव ने देर से जनसभा की। उन्होंने इस दौरान अपने पुराने अंदाज में भाषण देने की कोशिश की, लेकिन उनकी खराब सेहत का असर स्पष्ट था और वह पुरानी ऊर्जा से नहीं बोल पाए।

पुरानी लोककथाओं का प्रयोग

पुराने समय में लालू यादव अपने चुनावी भाषणों में ‘लागल-लागल झुलनिया में धक्का’ और ‘बलम कलकत्ता पहुंच गये’ जैसे लोककथाओं का भरपूर उपयोग करते थे। आज भी उन्होंने ये शब्द दोहराए, लेकिन उनकी आवाज़ में लड़खड़ाहट थी। इसके बावजूद, उन्होंने बार-बार बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिया, और कहा कि मोदी को उखाड़ कर सात समुंदर पार भेज देंगे।

प्रशांत किशोर की रणनीति का प्रभाव

लालू यादव का बेलागंज में प्रचार करने का एक प्रमुख कारण प्रशांत किशोर की रणनीति है। प्रशांत किशोर ने बेलागंज में आरजेडी के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगाने की पूरी कोशिश की है। उन्होंने यहां से एक मुस्लिम उम्मीदवार को खड़ा किया, जिससे आरजेडी का एम-वाई समीकरण खतरे में पड़ा है।लालू यादव आज बेलागंज में इस रणनीति को विफल करने के लिए पहुंचे थे। उनके मंच पर मुसलमान नेताओं को प्रमुख स्थान दिया गया था, और उन्होंने बार-बार यह संदेश दिया कि मुस्लिम समुदाय को एकजुट रहना चाहिए और आरजेडी का साथ नहीं छोड़ना चाहिए।

मुसलमानों को एकजुट करने की कोशिश

बेलागंज में प्रचार की अंतिम दिनों में आरजेडी ने केवल लालू यादव की सभा आयोजित नहीं की, बल्कि पार्टी के लगभग सभी मुस्लिम नेताओं को वहां भेजा गया। सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और उनके बेटे ओसामा शहाब को पार्टी में फिर से शामिल किया गया और ओसामा को बेलागंज में मुस्लिम वोटरों के बीच प्रचार करने के लिए भेजा गया। वह लगातार मुसलमानों से आरजेडी को वोट देने की अपील कर रहे हैं।

आखिरी दिन की अहमियत

बेलागंज में मतदान दो दिन बाद है, और 23 नवंबर को काउंटिंग के बाद यह पता चलेगा कि मुस्लिम वोट किसे मिलते हैं। इस बीच, प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि उन्होंने लालू-तेजस्वी के लालटेन से तेल निकाल दिया है। उनके अनुसार, अब लालू और तेजस्वी मुस्लिमों का तेल इस्तेमाल कर रहे थे, लेकिन अब वह तेल खत्म हो चुका है, और सिर्फ लालटेन की बत्ती बाकी है, जो जल्द ही बुझने वाली है।

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