पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस महानिदेशक आलोक राज को निर्देश दिया है कि अगले छह महीने के भीतर 78,000 पुलिस बलों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाए। यह जानकारी उन्होंने बापू सभागार में 1239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के दौरान साझा की।
‘महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया’
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2005 में पुलिस बल की संख्या 42,000 थी। उन्होंने बहाली की प्रक्रिया को तेज किया और अब यह संख्या 1.10 लाख हो गई है। 2013 में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया, जिसके कारण पुलिस बल में महिलाओं की संख्या बढ़कर 30,000 हो गई। यह देश के अन्य राज्यों की तुलना में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
पुलिसिंग प्रणाली में सुधार
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने पुलिसिंग प्रणाली को सुधारने के लिए थाना कार्यों को अनुसंधान और विधि व्यवस्था में विभाजित किया, ताकि कार्य तेजी से हो सके। रात और दिन में पुलिस गश्त की व्यवस्था की गई है, जिससे अपराधों में कमी आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से पहले कानून व्यवस्था खराब थी और लोग शाम को घर से बाहर नहीं निकलते थे। अब लोग बेfear के अपने काम कर रहे हैं। हिंदू-मुस्लिम झगड़ों की स्थिति भी सुधार चुकी है, और बिहार पुलिस अपने कार्यों को बेहतर तरीके से कर रही है।
12 लाख नौकरियों का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2020 में सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख नौकरी और रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था, और अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मिल चुका है। उन्होंने 7.18 लाख लोगों को नौकरी देने की बात कही और अब लक्ष्य 12 लाख नौकरियों का है। सभी वर्गों और धर्मों के लोगों को रोजगार प्रदान किया जा रहा है, और केंद्र सरकार भी बिहार की मदद कर रही है।
मुख्यमंत्री ने मधु कश्यप, गौतम कुमार, शोभा रानी, लाडली कुमारी, शिवेश कुमार झा, कोमल कुमारी, रानी कुमारी और रौशनी कुमारी को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपा।