मुंबई: शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी-शाह ने चुनाव आयोग के सहयोग से अगले छह महीनों के लिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की योजना बनाई है।
राउत ने मीडिया से कहा कि महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने वाली है, और भाजपा हार के डर से परेशान है। इसलिए चुनाव परिणाम और सरकार गठन के लिए समय कम है।
उन्होंने दावा किया कि राज्य में सत्ता परिवर्तन हो रहा है। भाजपा हार की आशंका में है, इसीलिए चुनाव आयोग के साथ मिलकर मतदाता सूची में धांधली चल रही है। उन्होंने बताया कि 150 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक में करीब 10,000 नाम गायब हैं, जिसे उन्होंने लोकतंत्र का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है।
चंद्रशेखर बावनकुले पर आरोप
राउत ने चंद्रशेखर बावनकुले को फर्जी वोटर सूची घोटाले का मुख्य सूत्रधार बताया। उन्होंने कहा कि बावनकुले ने नागपुर में एक विशेष सत्र आयोजित किया, जिसमें कार्यकर्ताओं को फर्जी नामों की प्रक्रिया सिखाई गई।
भाजपा नेताओं को चुनौती
संजय राउत ने भाजपा नेताओं को चुनौती दी कि यदि वे सच्चे हैं, तो लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव का सामना करें। उन्होंने कहा कि हरियाणा और झारखंड में भी मतदाता सूची में घोटाले किए गए, और अब वे महाराष्ट्र में ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह ऐसा नहीं होने देंगे।
राष्ट्रपति शासन की संभावना
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और परिणाम 23 तारीख को आएंगे। नई सरकार का गठन 26 नवंबर को होगा। राउत ने आश्वासन दिया कि एमवीए सरकार अवश्य सत्ता में आएगी। यदि इस अवधि में सरकार नहीं बनती है, तो चुनाव आयोग राष्ट्रपति शासन लागू करेगा।