पटना: बिहार के पूर्व मंत्री बृजबिहारी प्रसाद हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कोर्ट ने पूर्व विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अब नए अपडेट के अनुसार, मुन्ना शुक्ला 16 अक्टूबर को पटना जिला कोर्ट में सरेंडर करेंगे। इसी दिन पूर्वी चंपारण के मंटू तिवारी भी आत्मसमर्पण कर सकते हैं।

जानकारी के अनुसार, मुन्ना शुक्ला हाल ही में अपने सगे संबंधियों के साथ अपने पैतृक निवास लालगंज के लिए निकल चुके हैं। उनके परिवार के लोग सोमवार को नयाटोला स्थित उनके आवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे। अब यह संभावना जताई जा रही है कि वे किसी भी समय सरेंडर कर सकते हैं, जिसके बाद उन्हें जेल भेजा जाएगा।

13 जून 1998 को बृजबिहारी प्रसाद की हुई थी हत्या

बता दें कि 13 जून 1998 को बिहार सरकार के मंत्री बृजबिहारी प्रसाद की हत्या हुई थी। इस मामले में मुन्ना शुक्ला समेत छह आरोपियों को उम्रकैद की सजा दी गई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने सभी को बरी कर दिया था। इसके बाद बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी रामा देवी और सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। चार अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने इस हत्याकांड में मुन्ना शुक्ला और मंटू तिवारी की उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा, हाईकोर्ट का फैसला पलटते हुए।

पूरा मामला

इस मामले में अन्य आरोपी सूरजभान सिंह और राजन तिवारी को अदालत ने बरी कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार दुर्गा पूजा के बाद आत्मसमर्पण की बात चल रही थी। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, मुन्ना शुक्ला 16 अक्टूबर को आत्मसमर्पण करेंगे। यह हत्याकांड बिहार में चर्चा का विषय बना था और इसे खूंखार अपराधी श्रीप्रकाश शुक्ला ने अंजाम दिया था, जिसे कॉन्ट्रैक्ट किलिंग माना जाता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here