रांची/झारखंड: रांची नगर निगम बड़े तालाब के गंदे पानी को ई-बॉल तकनीक से शुद्ध करवा रहा है. इसका शुभारंभ शनिवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री संजय सेठ की मौजूदगी में किया गया. पहले दिन बड़ा तालाब में आठ हजार इलेक्ट्रॉनिक बॉल फेंकी गयीं. नगर निगम ने इसके लिए छत्तीसगढ़ स्थित सुजबूज माइक्रोब्स का चयन किया है। कंपनी पदाधिकारियों ने कहा कि एक साल के अंदर बड़े तालाब का पानी पूरी तरह से शुद्ध हो जायेगा. मौके पर विधायक सीपी सिंह, निगम प्रशासक अमित कुमार, उप प्रशासक रवींद्र कुमार व अन्य मौजूद थे.
जानें किस तरह काम करती है ई-बॉल तकनीक
एक ई-बॉल का वजन औसतन 15 ग्राम है. एक वर्ष तक तालाब में 90 हजार ई-बॉल डाला जायेगा. कंपनी के पदाधिकारियों की मानें, तो ई-बॉल में मौजूद बैक्टीरिया पानी में मौजूद नाइट्रोजन एवं कार्बन को काफी तेजी से भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं. साथ ही अपनी संख्या भी बढ़ाते हैं. खास बात यह है कि पानी में रह रहे जलीय जीवों व यहां के पानी का उपयोग करने वाले मनुष्यों पर इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं पड़ता है. दो माह में इसका असर दिखने लगेगा. इससे पानी का पीएच, टीडीएस आदि में तेजी से सुधार होने लगता है.
कब-कब डाला जायेगा ई-बॉल
पहले चरण में तालाब में आठ हजार ई-बॉल डाला गया. अब दूसरे चरण में 15 दिनों के अंतराल पर दो माह तक यहां ई-बॉल डाला जायेगा. फिर एक-एक माह के अंतराल पर तालाब में ई-बॉल डाला जायेगा. बताया गया कि ई-बॉल के माध्यम से अंबिकापुर व रायपुर में कई तालाबों का पानी साफ किया गया.
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