पटना: शिक्षक दिवस के मौके पर बिहार नवोदय परिवार के तत्वाधान में बापू टावर में आयोजित कार्यक्रम में कविता संग्रह ‘मुंडेर’ का लोकार्णप किया गया। ‘मुंडेर’ छपरा में अवर निबंधक के पद पर कार्यरत गोपेश कुमार चौधरी की रचना है। काव्य संग्रह ‘मुंडेर’ का लोकार्पण डॉ अरुण कमल, डॉ शिवनारायण, हृषिकेश सुलभ, प्रसिद्ध मैथिली नाटककार महेंद्र मंगोलिया, संतोष दीक्षित, कथाकार अशोक और गोपेश चौधरी की माता जी के हाथों किया गया। इस अवसरपर नवोदय परिवार की ओर से विशिष्ट अतिथियों को शॉल और मिथिला पेंटिंग की कलाकृति भेंटकर सम्मानित किया गया। लोकार्पण समारोह का उद्घाटन अतिथियों के हाथो दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर कवियित्री अनुराधा प्रसाद ने स्वरचित सरस्वती वंदना से मंगलाचरण किया।
‘मुंडेर’ संग्रह नहीं बल्कि जीवन और समाज का दर्पण
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात कवि प्रो अरुण कमल ने कहा कि मुंडेर केवल कविताओं का संग्रह नहीं, बल्कि जीवन और समाज का दर्पण है। गोपेश ने शब्दों से समय को पकड़ने का काम किया है।
‘मुंडेर’ हमारे समय का सच्चा दस्तावेज
साहित्यकार हृतिकेश सुलभ ने कहा कि गोपेश की कविताएं आज के मनुष्य के आंतरिक द्वंद्व और संघर्ष का मार्मिक चित्र खींचती हैं। ‘मुंडेर’ हमारे समय का सच्चा दस्तावेज है। मौके पर डॉ. शिव नारायण, कथाकार अशोक, महेंद्र मलंगिया, संतोष दीक्षित ने भी अपने विचार रखें।
नागरिकता धर्म और कवित्व कर्म है ‘मुंडेर’
खगड़िया के अवर निबंधक नवनीत कुमार ने काव्य संग्रह’ मुंडेर’ का परिचयदेते हुए कहा कि नागरिकता धर्म और कवित्व कर्म है।’ मुंडेर’ आज के साहित्य में नया अध्याय जोड़ेगा। इसमें मानवीय संवेदनाओं को सूक्षमता से व्यक्त किया गया है। काव्य संग्रह के अनहद भाग से ‘खंडहर में तिललियां’ कविता का अंश पाठ करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें पंख उड़ान भरने का प्रतीक है और ज्ञान को खोज रहा है। इस कविता का भाव कबीर की आध्यात्मिक यात्रा से भी जुड़ा हुआ है।
नवोदय के पूर्ववर्ती छात्रों का सराहनीय योगदान
गौरतलब है कि गोपेश कुमार चौधरी नवोदय विद्यालय दरभंगा के पूर्ववर्ती छात्र हैं और छपरा में अवर निबंधक के पद पर कार्यरत हैं। इस मौके पर अवर निबंधक प्रेमजी ने नवोदय परिवार के बारे में बताते हुए कहा कि नवोदय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों का समाज के लिए सराहनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों के संगठन में बिहार के करीब एक लाख पूर्ववर्ती छात्र जुड़े हैं। नवोदय परिवार के लोग साहित्य ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रहे हैं। नवोदय परिवार लोकहित में ब्लड डोनेशन भी करता है। यही नहीं पटना के सगुना मोड़ के पास नवोदय परिवार का अपना गेस्ट हाउस भी है।

‘मुंडेर’ लोकार्पण कार्यक्रम का संचालन पंकज झा और गगन गौरव ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन मुकुंद मुरारी ने किया। वहीं बिहार नवोदय परिवार के अध्यक्ष अनिल कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।