पटना: पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन में हाल ही में शिक्षक खान सर शामिल हुए। उन्होंने आयोग से दोबारा परीक्षा लेने की मांग की। खान सर ने कहा कि हम सिर्फ यह मांग कर रहे हैं कि परीक्षा कठिन हो, लेकिन बच्चों से संबंधित सरल सवाल पूछे जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके क्लास टेस्ट के सवाल ज्यादा कठिन होते हैं। खान सर ने आयोग पर सवाल उठाया कि उसने सारे सबूत और CCTV फुटेज क्यों छिपाए? कई बातें हैं जो जांच के दायरे में आती हैं।
सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे खान सर
खान सर ने कहा कि अगर आयोग ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे और राष्ट्रपति से भी यह मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने मजाक करते हुए कहा कि पहले देश की GDP गिरी, फिर बिहार में पुल गिरा और अब बीपीएससी गिर गया। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को कोई धन या दौलत नहीं चाहिए, वे सिर्फ यह चाहते हैं कि परीक्षा कठिन हो, लेकिन सही सवाल हों। उनका कहना था कि गलती आयोग की है और इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।
प्रशासन पर सवाल उठाया
खान सर ने प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि छात्रों पर लाठीचार्ज करने से क्या हासिल होगा? ये वही लोग हैं जो कल अधिकारी बनेंगे और फिर आपको इन्हें सैल्यूट करना पड़ेगा। उन्होंने आंदोलन को रुकवाने के लिए पुलिस द्वारा लाठी चलाने की आलोचना की।
खान सर और रहमान सर पर छात्रों का आरोप
बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन में शामिल होने पहुंचे खान सर और रहमान सर पर छात्रों ने गंभीर आरोप लगाए। छात्रों का कहना था कि वे आंदोलन को हाईजैक करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 9 दिनों से अभ्यर्थी भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन इन शिक्षकों ने तब तक कोई ध्यान नहीं दिया और अब जब आंदोलन ने तूल पकड़ा है तो ये शिक्षक राजनीति करने आए हैं।
आंदोलन में राजनीति करने का आरोप
अभ्यर्थियों का कहना था कि यह शिक्षक आंदोलन को केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि खान सर ने आधे रास्ते से ही आंदोलन छोड़ दिया और यह कहा कि वह आयोग से मिलने जा रहे हैं। छात्रों ने यह भी कहा कि इन शिक्षकों का उद्देश्य केवल फोटो खिंचवाना और नारेबाजी करना है, ना कि उनकी असली समस्याओं को हल करना।
छात्रों ने उठाई स्पष्ट मांग
आंदोलन में शामिल छात्रों ने कहा कि वे सभी शिक्षकों का सम्मान करते हैं, लेकिन अगर कोई उनके आंदोलन को हाईजैक करने की कोशिश करेगा तो वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। छात्रों ने स्पष्ट किया कि उनकी एक ही मांग है—रिएग्जाम।
खान सर का पिछला आंदोलन में शामिल होना
आपको बता दें कि इससे पहले भी खान सर छात्र आंदोलन में शामिल हुए थे, जब उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उनका इलाज हुआ था। अब वे फिर से स्वस्थ होकर छात्र आंदोलन में शामिल हुए हैं। इसके अलावा विपक्षी दलों के कई नेता जैसे तेजस्वी यादव, अखिलेश प्रसाद सिंह, पप्पू यादव और प्रशांत किशोर भी छात्रों से मिलने पहुंचे थे।
































